सिद्धू-कैप्टन के बीच बढ़ रही दरार, सिद्धू बोले- पंजाब सरकार ने पीठ पर घोंपा छुरा
पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की दरार बढ़ती ही नजर आ रही है. सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि 1988 के रोड रेज मामले से बरी किए जाने की उनकी अपील पर पंजाब सरकार का विरोध ‘पीठ में छुरा घोंपने जैसा’ है.
पंजाब सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में मामले से बरी किए जाने की सिद्धू की अपील का विरोध करते हुए जस्टिस चेलामेश्वर और जस्टिस संजय किशन कौल की बेंच से कहा था कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले में कोई खामी नहीं है. हाईकोर्ट ने सिद्धू को इस मामले में दोषी करार दिया था और तीन साल की सजा सुनाई थी.
पंजाब सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए सिद्धू ने कहा, “पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जो कुछ कहा है वो क्यों कहा इसका जवाब या तो खुद CM दे सकते हैं या फिर पंजाब के एडवोकेट जनरल.”
सिद्धू ने कहा कि उनके साथ जो कुछ हुआ है और आने वाले वक्त में जो कुछ भी होगा उसका बोझ वह खुद अपने कंधों पर उठाएंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा, “मैं सरकार से खफा हूं, नाराज हूं या गुस्से में हूं या जो कुछ मेरे अंदर है उसका बोझ मेरे कंधों पर ही रहेगा और मुझे इस से ज्यादा कुछ नहीं बोलना.”जब उनसे पूछा गया कि क्या वो सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से बात करेंगे तो उन्होंने कहा, “जो मेरे अंदर चल रहा है वो मेरे अंदर ही रहेगा.” आम आदमी पार्टी और अकाली दल सिद्धू से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इस पर सिद्धू ने कहा, “विपक्ष की हालत बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसी हो गई है. पिछले 30 साल से मैं न्यायपालिका को समर्पित हूं और अभी भी मैं अपने आप को सर्वोच्च न्यायालय को समर्पित करता हूं.”