आगरा के सरकारी अस्पताल का अजब फरमान, ‘मेकअप लगाकर ना आएं महिलाएं’
आगरा : आगरा के फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने अजीबोगरीब फरमान जारी किया है. उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के महिला स्टाफ को मेकअप करके ना आने की हिदायत दी है. साथ ही कहा कि महिला स्टाफ साड़ी या सलवार सूट ही पहनकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आए.
अस्पताल की ओर से पुरुष स्टाफ के लिए भी फरमान जारी किया गया है. इसमें पुरुष स्टाफ को जींस और टी-शर्ट पहनकर ना आने की हिदायत दी गई है. आपको बता दें कि सीएचसी प्रभारी ने बुधवार को अस्पताल स्टाफ के साथ एक बैठक की थी. इसमें उन्होंने पुरुष और महिला स्टाफ के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया था. पुरुष जींस और टीशर्ट पहनकर अस्पताल में नहीं आ सकेंगे. उन्हें फॉर्मल पैंट-शर्ट और काले जूते पहनकर ही अस्पताल आना होगा.
वहीं महिला स्टाफ सलवार कुर्ता या फिर साड़ी पहनकर ही आएंगी. इसके साथ ही उनको मेकअप के बारे में भी हिदायत दी गई और कहा गया कि महिलाओं को हल्का मेकअप करके ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आना चाहिए. ज्यादा मेकअप करने से महिला स्टाफ को बचना चाहिए. सीएससी प्रभारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ड्रेस कोड का पालन न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. जब मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अस्पताल पर तैनात स्टाफ को गायब कर दिया गया था.
अस्पताल का स्टाफ इस फरमान के आगे इतना डरा हुआ था कि कैमरे के सामने कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था. जब इस मामले में सीएचसी प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गलती से उन्होंने यह फरमान जारी कर दिया था. सीएचसी प्रभारी डॉ मनीष गुप्ता का कहना है कि पुरुषों को जींस टीशर्ट और महिला स्टाफ को हल्के मेकअप में आने को कहा है.
इस बाबत सभी को निर्देशित कर दिया है. इधर सीएमओ डॉ मुकेश वत्स ने मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए. उन्होंने फोन पर बताया कि जींस टीशर्ट पहनकर आने और हल्का मेकअप करने जैसा कोई लिखित में आदेश नहीं आया. सभी स्टाफ को एप्रिन में रहना जरूरी है. मामला संज्ञान में आया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.