जल्द चल सकती है देश में विदेशी निर्मित ट्रेन, ग्लोबल टेंडर निकालने की तैयारी
नई दिल्ली: रेलमंत्री पीयूष गोयल रेलवे के कायाकल्प की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए तमाम तैयारियां की जा रही हैं. इसके अलावा नए ट्रेन सेट का निर्माण भी किया जाएगा. स्टेशन के सौंदर्यीकरण का काम पहले से जारी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन सेट बनाने के लिए मोदी सरकार बहुत जल्द ग्लोबल टेंडर निकालने की तैयारी में है. रेल मंत्रालय यह टेंडर निकालेगा जिसमें चीन, जर्मनी और अमेरिका समेत कई देशों की कंपनियां शामिल हो सकती हैं.
हालांकि, ट्रेन सेट का निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ के तहत भारत में ही किया जाएगा, लेकिन बनाने वाली कंपनी दूसरे देशों की हो सकती हैं. सरकार की कोशिश जल्द से जल्द रोजगार पैदा करने की भी है. इसलिए, मेक इन इंडिया प्रोग्राम को ज्यादा से ज्यादा प्रोमोट किया जा रहा है.विदेशी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए बल्क ऑर्डर और लंबी अवधि के लिए मेंटिनेंस क्लॉज के नियम लागू किए जा सकते हैं. बता दें, देश की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को ICF (इंट्रीगल कोच फैक्ट्री) ने मात्र 100 करोड़ रुपये में बनाई थी. लेकिन, अगले टेंडर में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद टेंडरों पर रोक लगा दी गई है. भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की जा रही है.दरअसल, देश की पहली ट्रेन सेट T-18 के मैन्युफैक्चरिंग में तमाम तरह के आरोप लगे. सेफ्टी नियमों के उल्लंघन से लेकर कुछ घरेलू कंपनियों को फायदा पहुंचाने के आरोप लगने के बाद मामला विजिलेंस विभाग तक पहुंचा. फिलहाल, विजिलेंस विभाग ट्रेन-18 के मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े सभी आरोपों की जांच कर रही है. इस सब को देखते हुए सरकार ने चेन्नई स्थित ICF में ट्रेन सेट मैन्युफैक्चरिंग पर रोक लगा दी है.