कठुआ मामला: राहुल ने UPA के शासन में हुए रेप पर क्यों नहीं निकाला कैंडल मार्च- जावड़ेकर
जम्मू-कश्मीर के कठुआ मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. केंद्रीय मानव संसाधन और विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है. रविवार को जावड़ेकर ने कहा- “राहुल कठुआ मामले को लेकर विरोध कर रहे हैं, लेकिन सिख दंगों के वक्त महिलाओं पर जो अत्याचार हुए उस पर कांग्रेस अध्यक्ष चुप क्यों हैं? वो सिर्फ कैंडल मार्च ही निकाल सकते हैं.”
एचआरडी मंत्री ने कहा, “कठुआ कांड में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. हम चाहते हैं कि केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और पीड़ित बच्ची के परिवार को न्याय मिल सके.” उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी रेप की घटना निंदनीय है. अपराधियों को सजा होनी चाहिए. हमारी सरकार इसमें भेदभाव नहीं करती है.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “कठुआ मामले को लेकर हमने अपने 2 मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की. उन्होंने इस्तीफा दे दिया. लेकिन, राहुल अपने प्रदेश अध्यक्ष गुलाम मीर पर कब कार्रवाई करेंगे?”केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आरोपियों के समर्थन में खड़े जम्मू बार एसोसिएशन के प्रमुख गुलाम नबी आजाद के पोलिंग एजेंट रहे हैं. क्या उनकी कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती? उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए.”उन्होंने कहा कि उन्नाव और कठुआ मामले को लेकर देश में बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. एक टीवी चैनल ने दिखाया कि दिल्ली में जो लोग लाठियां और तलवार लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, वो तो आम आदमी पार्टी के लोग थे. उन्होंने ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाए. दूसरी पार्टी के लोग बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि उन्नाव और कठुआ मामले को लेकर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने इसी हफ्ते कैंडल मार्च निकाला था. राहुल गांधी ने इस मामले पर चुप रहने को लेकर पीएम मोदी पर निशाना भी साधा था.
वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. तिवारी ने कहा कि ‘आप’ के लोग दंगा कराना चाहते हैं. आप और कांग्रेस देश को बांटने का काम कर रही है.