पंजाब में दहशत फैलाने का प्लान, विदेशी धरती से फंडिंग कर रहे है खालिस्तानी समर्थक

तरनतारनः पंजाब का महौल खराब करने के लिए पंजाब के युवाओं की मानसिकता के साथ विदेशों में बैठे खालिस्तानी स्मर्थक खेल रहे हैं. पंजाब में फ्रीडम 2020 के तहत दहशत फैलाने के मक्सद से इन युवाओं को इस्लामिक देश अरमेनिया से फंडिंग हो रही है. 4 सितंबर की रात तरनतारन के गांव पंडौरी गोलां में हुए ब्लास्ट के 12वें दिन पंजाब पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. सोमवार को गिरफ्तार किए गए तरनतारन के गांव दीनेवाल निवासी मनदीप सिंह की निशानदेही पर इस धमाके के मुख्य आरोपी हरजीत सिंह सहित 6 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

हरजीत सिंह उसी गांव का रहने वाला है जहां यह धमाका हुआ था और घटना स्थल से उसका घर महज 250 मीटर की दूरी पर है. प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि इन आरोपियों को इस्लामिक देश में बैठे खालिस्तानी समर्थकों द्वारा फंडिग की जा रही है. इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुख्य आरोपी हरजीत सिंह निवासी पंडोरी गोला, मनप्रीत सिंह मुरादपुरा, अमरजीत सिंह निवासी फतेहगढ़ चूढ़ियां, मस्सा सिंह निवासी दीनेवाल तरनतारन, बब्बर सिंह निवासी बटाला, शेर सिंह निवासी मजीठा अमृतसर के रूप में हुई है.

उक्त सभी आरोपी सभी रेडिकल संगठनों से जुड़े हैं. इन युवाओं के खातों में लाखों की फंडिग हुई थी हालांकि अभी इनके 5 साथी फरार बताए जा रहे हैं. इनके खातों में कितनी फंडिंग और किन लोगों के खातों से हुई इसकी सारी जानकारी पुलिस के इक्नोमिक विंग द्वारा जुटाई जा रही है.

सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अरमेनिया में बैठे खालीस्थानी स्मर्थकों के कहने पर गिरफ्तार आरोपियों  ने किसी सार्वजनिक जगह पर धमाका करना था. दूसरी तरफ पुलिस ने मनदीप को 4 दिन के रिमांड पर लिया है. जांच में पता चला कि मनदीप गांव का पंच भी है और दिव्यांग होने के बावजूद भला हो भला नामक समाजसेवी संस्था भी चलाता था. इनमें अमृतपाल सिंह अम्मी धमाके में गंभीर घायल हुए गुरजंट सिंह जंटा का चचेरा भाई है.

आरोपी हरजीत सिंह विदेश के दौरे भी कर चुका है.  एसएसपी ध्रुव दहिया का कहना है कि इनमें से कुछ आरोपी बम बनाने व कुछ फेंकने में माहिर हैं. प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि विदेश में बैठकर पंजाब में खालिस्तान बनाने वाले लोगों ने इनका ब्रेनवॉश किया था. ये सार्वजनिक जगह पर धमाका कर दहशत पैदा करना चाहते थे. चार सितंबर की रात को खाली प्लॉट से कुछ दिन पहले दबाए गए बम को निकालते समय ब्लास्ट हो गया था. जिसमें तरनतारन के गांव बचड़े निवासी हरप्रीत सिंह और कदगिल निवासी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की की मौत हो गई थी और गांव बचड़े निवासी गुरजंट सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया था.

हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह बम उन्होंने खुद बनाया था या कहीं और से भेजा गया था. उन्होंने बताया कि पूछताछ के आधार पर अभी और कई मामले ट्रेस होंगे. कई अन्य की गिरफ्तारी भी हो सकती है.

पूर्व जत्थेदार की गाड़ी पर फेंका था बोतल बम
सूत्रों की माने तो गिरोह ने 7 मार्च 2016 को गोइंदवाल साहिब बाइपास पर श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार प्रो. दर्शन सिंह रागी की इनोवा कार पर बोतलनुमा बम फेंका था. तब दर्शन सिंह रागी विभिन्न संस्थाओं की तरफ से रामगढ़िया बुंगा में करवाए गए धार्मिक समागम में शिरकत कर लुधियाना लौट रहे थे. उनके साथ कार में प्रभदीप सिंह इंग्लैंड, भाई बलदीप सिंह रामूवालिया, नवतेज हरीके भी थे.

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