पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद सहित कई वहां के उत्तरी शहरों में मंगलवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये। भूकंप से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 19 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गये। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केन्द्र पीओके में न्यू मीरपुर के निकट स्थित था। मीरपुर में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) सरदार गुलफराज खान ने मीडिया को बताया कि मीरपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में जबरदस्त भूकंप के कारण कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक लोग घायल हो गये। पाकिस्तान मौसम विभाग के भूकंप केन्द्र ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 मापी गई और इसका केन्द्र पंजाब प्रांत में पहाड़ी शहर झेलम के निकट जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। हालांकि विज्ञान मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.1 थी।
उपायुक्त राजा कैसर ने बताया कि भूकंप के बाद मीरपुर में कई मकान ढह गये। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक मस्जिद का काफी हिस्सा ढह गया जो कि भूकंप से बुरी तरह से प्रभावित है। पीओके में अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित की गई है। टीवी चैनलों की फुटेज में दिखाया गया है कि मीरपुर में सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं और कई वाहन पलट गये। कई कारें भूकंप से सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में गिर गईं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पीओके में भूकंप पीड़ितों के लिए ‘‘तुरन्त राहत अभियान चलाने’’ के निर्देश दिये हैं। सेना की मीडिया इकाई ने ट्वीट किया कि सेना के जवानों को चिकित्सा सहायता दलों के साथ भेजा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अफजल ने बताया कि ज्यादातर नुकसान मीरपुर और झेलम में हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम भूकंप में हुए जानमाल के नुकसान का आकलन कर रहे हैं।’’ कोहाट, चारसद्दा, कसूर, फैसलाबाद, गुजरात, सियालकोट, ऐबटाबाद, मनसेहरा, चित्राल, मलकंद, मुल्तान, ओकारा, नौशेरा, अटक और झंग सहित कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किये गये।
भारत में भी तेज झटके
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को 6.3 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप का केन्द्र भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी। एनसीएस के अधिकारियों ने बताया कि शाम चार बजकर 33 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गये। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। एनसीएस में संचालन प्रमुख जे एल गौतम ने बताया, ‘‘भूकंप का केन्द्र भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित था। भूकंप के केन्द्र के सबसे पास बड़ा शहर रावलपिंडी (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में) है।’’ भूकंप से जम्मू कश्मीर, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत कई स्थानों पर लोग दहशत में अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आये। शिमला, मंडी, कांगड़ा, ऊना और हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये।