कश्मीर में दहशत फैलाने में नाकाम पाकिस्तान ने बनाया नया प्लान, खुफिया एजेंसियों को मिली रिपोर्ट
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान अब कश्मीर में आतंक के लिए अफ़गानी, पश्तो बोलने वाले आतंकियों की भर्ती कर रहा है. खुफिया सूत्रों के हवाले से ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद गैर कश्मीरी और गैर उर्दू बोलने वाले आतंकियों की संख्या बढ़ गई है. ऐसा बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी सेना और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई की बैठक हुई है.इस बैठक में पाक सेना और आईएसआई ने कश्मीर में आतंकियों कों आत्मघाती हमले करने के लिए कहा है.
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकियों छत्तीसगढ़ के मजदूर और राजस्थान के ट्रक ड्राइवर के बाद अब पंजाब के 2 फल व्यापारियों के निशाना बनाया है. बुधवार को शोपियां में आतंकवादियों ने चरणजीत सिंह और संजू कुमार नाम के 2 फल व्यापरियों को गोली मार दी. इस हमले में चरणजीत सिंह की तो मौके पर ही मौत हो गई, वहीं संजू कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ऐसा बताया जा रहा है कि ये दोनों व्यापारी पिछले 10 दिन पहले कश्मीर में फलों के व्यापार के लिए आए थे.
ऐस भी जानकारी मिल रही है कि इस हमले में घायल संजू कुमार कश्मीर के ही किन्नू व्यापारी का भतीजा है. ये दोनों व्यापारी किन्नू और माल्टा के सीजन में पिछले 15 सालों से कश्मीर आते रहे हैं. ये दोनों व्यापारी कश्मीर में किन्नू बेचने के बाद यहां से सेब लेकर वापस जाते थे.
बता दें कि इससे पहले बुधवार (16 अक्टूबर) को आतंकियों ने पुलवामा (Pulwama) में एक मजदूर की हत्या कर दी थी. मारा गया मजदूर छत्तीसगढ़ का रहने वाला था.आतंकियों ने इस वारदात को पुलवामा के काकपोरा में अंजाम दिया. मारा गए मजदूर का नाम सेथी कुमार सागर बताया जा रहा है. सेथी कुमार नेहमा में ईट के भट्टे में मजदूरी करते थे.
इससे पहले सोमवार (14 अक्टूबर) को शोपियां में आतंकियों ने एक ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी थी. यह ट्रक ड्राइवर राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला था.
इस मामले में 15 अक्टूबर को पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया गया. 14 अक्टूबर को रात 8 बजे शोपियां जिले के श्रीमल में एक ट्रक ड्राइवर को आतंकियों को ने गोली मार दी थी. मारा गए ड्राइवर का नाम शरीफ खान बताया गया है और वह राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला था. कश्मीर में वह सेब की लोड करने के लिए आया था. ऐसा बताया जा रहा है कि इस हत्या को अंजाम देने वाले 2 आतंकियों में से एक पाकिस्तानी है.