बिलासपुर हाईकोर्ट: पहली बार महिला आदिवासी जज की नियुक्ति, रचा इतिहास
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में पहली बार बिलासपुर हाईकोर्ट में महिला आदिवासी जज की नियुक्ति होगी. आदिवासी महिला जज विमला सिंह कपूर ने इतिहास रच दिया है. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कॉलेजियस की बैठक के बाद कोटे से चार अधिवक्ता और बेंच कोटे से तीन न्यायिक अधिकारियों के नाम सुप्रीम कोर्ट को भेजे गए. छत्तीसगढ़ सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पैनल में से एडवोकेट पीपी साहू, हाईकोर्ट रजिस्ट्रार जनरल गौतम चौरड़िया समेत वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी विमला सिंह कपूर और रजनी दुबे के नामों को मंजूरी दे दी है.
सीजेआई दीपक मिश्रा, वरिष्ठ जस्टिस जे. चेलमेश्वर और जस्टिस रंजन गोगोई के कॉलेजियम ने वरिष्ठता के आधार पर बार कोटे से अधिवक्ता पार्थ प्रतीम साहू, बेंच कोटे से छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल गौतम चौरड़िया, मुख्य प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय रायपुर विमला सिंह कपूर और रजिस्ट्रार विजलेंस रजनी दुबे के नाम की अनुशंसा की है. राष्ट्रपति द्वारा जल्द ही नियुक्ति पत्र जारी होने की संभावना है. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में पहली बार दो महिला जस्टिस नियुक्त होंगी.
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सीजे सहित 18 जस्टिस के पद स्वीकृत हैं. स्थापना के बाद से कभी भी 14 से अधिक जस्टिस नहीं रहे हैं. चार नए जस्टिस नियुक्त होने के बाद हाईकोर्ट में जजों की संख्या 16 होगी. इससे लंबित मामलों में कमी आने की संभावना है. हाईकोर्ट में फरवरी 2018 की स्थिति में 60 हजार से अधिक प्रकरण लंबित हैं.