CAA विरोध: शायर मुनव्वर राणा की बेटियों सहित 150 महिलाओं पर केस
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में ऐतिहासिक हुसैनाबाद घंटाघर पर हो रहे प्रर्दशन को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में ठाकुरगंज पुलिस ने तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई है. पहले एफआईआर में 20 महिलाओं को आरोपी बनाया गया है, जिनमें जानेमाने शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियां भी शामिल हैं. मुनव्वर राणा की बेटियों सुमैया और फौजिया पर धारा 144 के उल्लंघन और सरकारी कर्मचारी पर हमले की धाराओं के तहत FIR दर्ज कराई गई है.
वहीं एक अन्य एफआईआर में 18 लोगों को नामजद किया गया है और 125 लोगों को अज्ञात में शामिल किया गया है. इनके ऊपर भी धारा 144 के उल्लंघन और नारेबाजी समेत कई आरोप पुलिस की तरफ से लगाए गए हैं.
प्रदर्शन में महिलाओं के साथ बच्चे भी शामिल
सीएए और एनआरसी के विरोध में पुराने लखनऊ में महिलाओं का प्रदर्शन शुक्रवार को शुरू हुआ था. दरअसल, खुले आसमान के नीचे पिछले शुक्रवार से बड़ी संख्या में महिलाएं दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर पुराने लखनऊ स्थित घंटाघर के सामने प्रदर्शन कर रही हैं. उनके साथ बच्चे भी हैं. इन महिलाओं का कहना है कि सरकार जब तक सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेती है, तब तक वह अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी.इससे पहले प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया था कि काफी सर्दी होने के बावजूद पुलिस ने शनिवार की देर रात उनके कंबल जब्त कर लिए गए. हालांकि, पुलिस ने एक बयान जारी कर इस पर सफाई दी. पुलिस का कहना है कि कुछ सामाजिक संगठन इन महिलाओं को कंबल दे रहे थे तभी बड़ी संख्या में अन्य लोग जो इस धरने में शामिल नहीं थे, वे भी कंबल लेने के लिए वहां पहुंच गए. भीड़ और अफरा-तफरी को रोकने के लिए उसने वहां से कंबल हटवाए.