छिंदवाड़ा में शिवाजी की प्रतिमा को लेकर विवाद ने लिया सियासी रंग, BJP ने लगाया महापुरुष के अपमान का आरोप
छिंदवाडा़/भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापना को लेकर उपजे विवाद ने सियासी रंग ले लिया है। रात के अंधेरे में प्रतिमा की स्थापना और फिर उसे हटाए जाने को लेकर विपक्षी दल भाजपा और सत्ताधारी दल कांग्रेस आमने-सामने है। भाजपा ने महापुरुष के अपमान का आरोप लगाया है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को छिंदवाड़ा के सौंसर पहुंचे और प्रतिमा स्थल पर भूमि पूजन किया। इसी स्थान पर कुछ लोगों ने चबूतरा बनाकर प्रतिमा स्थापित की थी, जिस बाद में प्रशासन ने हटा दिया गया था। उसके बाद से भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज, जिन्होंने औरंगजेब के छक्के छुड़ा दिए थे, जो भारत के गौरव का प्रतीक हैं, उनका अपमान किया गया। उनकी प्रतिमा को गिराने के लिए जेसीबी मशीन लाई गई। वाह री सरकार! तुम छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करते रहो और हम चुप बैठे रहें, यह हो नहीं सकता।”
उन्होंने कहा, “कमल नाथजी, अगर जरूरत पड़ी तो अपने महापुरुषों के सम्मान के लिए हम शीश कटा देंगे।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा किसके इशारे पर गिराई गई, कांग्रेस सरकार को बताना होगा। एसडीएम के पास किसका फोन आया था, जिसके बाद प्रतिमा गिराई गई। “हम दोषियों को बचकर निकलने नहीं देंगे।”
चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को महापुरुषों के अपमान की आदत हो गई है। राहुल गांधी लगातार वीर सावरकर जैसे महापुरुष का रोज अपमान करते हैं, जबकि वे उनके पैरों की धूल बराबर भी नहीं हैं। भोपाल में कांग्रेस सरकार शहीद चंद्रशेखर का अपमान कर रही है, उनकी प्रतिमा नहीं लगने दे रही है। सरकार ने वहां पूर्व मुख्यमंत्री स्व़ अर्जुनसिंह की प्रतिमा लगवा दी। “मैं अर्जुनसिंह जी का सम्मान करता हूं, लेकिन हम शहीदों का अपमान नहीं सहेंगे।”
वहीं छिंदवाड़ा के सांसद और मुख्यमंत्री कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ ने चौहान पर तंज कसते हुए कहा, “पांढुर्ना शहर के अंबिका चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापना और चौक का नाम शिवाजी महाराज चौक करने का प्रस्ताव जब आपकी सरकार में मंजूरी के लिए भेजा गया तो आपकी सरकार ने इनकार क्यों किया? सौंसर की तरह ही पांढुर्ना में भी हम छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करेंगे।”
नकुल नाथ ने चौहान के छिंदवाड़ा दौरे का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, “शिवराज सिंह चौहान, चाचाजी ‘अतिथि देवो भव’ की संस्कृति को मानते हुए पुन: आपका छिंदवाड़ा के सौसर में स्वागत। छत्रपति शिवाजी महाराज हम सभी के लिए राष्ट्र गौरव हैं और हम सभी उनका सम्मान करते हैं। ‘जय भवानी, जय शिवाजी।”
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा शोभा ओझा ने अपने वक्तव्य में कहा कि छिंदवाड़ा जिले के सौंसर स्थित छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पार्टी के नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें घड़ियाली आंसू बहाने और दिखावा करने की बजाय, जनता के सामने यह स्वीकार करना चाहिए कि धार्मिक आस्था और महापुरुषों के सम्मान को लेकर उनका चरित्र ‘दोहरा’ है।