हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी: पीएम मोदी
नई दिल्ली : भारत में कोरोना संकट के बीच दो दिनों की केंद्र और राज्यों की अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पंजाब समेत पहाड़ी और पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ बैठक की. प्रधानमंत्री ने कहा कि भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया, सहकारी संघवाद का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल, लद्दाख,झारखंड, छत्तीसगढ़ ,गोवा, केरल, पुडुचेरी,असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल , मिजोरम, सिक्किम, मणिपुर, नागालैंड , अंडमान-निकोबार , दादर नगर हवेली और दमन दीव ,लक्षद्वीप के सीएम और उपराज्यपाल से बात की.
उन्होंने कहा दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं. आज भारत में रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ऊपर है. आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीज़ों का जीवन बच रहा है.
पीएम ने कहा , मई में टोल कलेक्शन में वृद्धि हुई है और जून में एक्सपोर्ट पहले जैसा हो गया है.
पीएम ने कहा, ‘हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे.’
मोदी ने कहा, हमारे यहां जो स्मॉलर फैक्ट्री हैं उन्हें गाइडेंस की, हैंड -होल्डिंग की बड़ी जरूरत है. मुझे पता है आपके नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है. ट्रेड और इंडस्ट्री अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सकें, इसके लिए वैल्यू चेन्स पर भी हमें मिलकर काम करना होगा.
किसानो के मुद्दे पर उन्होंने कहा, किसान के उत्पाद की मार्केटिंग के क्षेत्र में हाल में जो रिफॉर्म्स किए गए हैं, उससे भी किसानों को बहुत लाभ होगा. इससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए विकल्प उपलब्ध होंगे, उनकी आय बढ़ेगी और स्टोरेज के अभाव के कारण उनको जो नुकसान होता था, उसे भी हम कम कर पाएंगे.