पश्चिम बंगाल में 31 अगस्त तक बढ़ा लॉकडाउन, राज्य सरकार का फैसला
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के कारण राज्य सरकार ने लॉकडाउन को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हालांकि यह भी कहा कि बकरीद के कारण शनिवार को आने वाले दिनों में पूर्ण लॉकडाउन नहीं होगी। लेकिन उन्होनें मुस्लिम समुदाय से आग्रह किया हैं कि वह कोरोना वायरस के संबंध में जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामले हाल के दिनों में तेजी से बढ़े हैं। राज्य में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 59458 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि कुल मामलों में 39917 केस ऐसे हैं जो पूरी तरह ठीक हो चुकी हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस की वजह से अभी तक कुल 1411 लोगों की जान भी गई है। राज्य में फिलहाल कोरोना वायरस के 19502 एक्टिव मामले हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के संकट से निपटने में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमव़ार को धन्यवाद दिया, लेकिन साथ ही आरोप लगाया कि ‘‘संवैधानिक पदों पर आसीन कुछ लोग’’ लगातार राज्य सरकार को परेशान कर रहे हैं। अपने इस आरोप से बनर्जी अप्रत्यक्ष रूप से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर निशाना साध रही थी, जो पिछले साल जुलाई में पदभार संभालने के बाद से ही कई मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सरकार से उलझते रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में नए कोविड-19 जांच केन्द्रों का उद्घाटन किए जाने के कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ी बनर्जी ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारें निर्वाचित संस्था हैं और दोनों को साथ मिलकर काम करना चाहिए।
बनर्जी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं कोविड संकट पर कई बार विचार-विमर्श करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हूं। अभी तक उनकी ओर से कोई असहयोग नहीं हुआ है। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं। लेकिन कुछलोग, जो संवैधानिक पदों पर आसीन हैं, लगातार राज्य सरकार को परेशान कर रहे हैं। यह स्वीकार्य नहीं है।’’ बनर्जी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने सोमवार को कहा कि राज्यपाल ने राज्य सरकार की गलतियां बताकर सही काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल सरकार जिस तरह से राज्यपाल का अपमान कर रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।’’