स्वतंत्रता दिवस 2020: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के दो सदस्य गिरफ्तार, विस्फोटक सामग्री बरामद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके कब्जे से विस्फोटक सामग्री बरामद की है। पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने दोनों को जिले के त्राल इलाके से पकड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी पहचान अमीराबाद त्राल निवासी रियाज अहमद भट और अरीपाल त्राल निवासी मोहम्मद उमेर तंत्री के रूप में हुई है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों जैश आतंकवादियों को आश्रय, रसद और अन्य सहायता प्रदान करते थे। इसके अलावा वे त्राल और अवंतीपोरा क्षेत्रों में आतंकवादियों को हथियार और गोला-बारूद पहुंचाते थे। प्रवक्ता ने कहा कि उनके कब्जे से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर और आगे की जांच शुरु कर दी गई है।
बारामूला में भारी मात्रा में हथियार बरामद
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सेना ने एक तलाशी अभियान के दौरान भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया है। सेना के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि इलाके में हथियारों और गोलाबारूद का जखीरा छिपा कर रखने की खुफिया सूचना मिलने के बाद मंगलवार को उत्तरी कश्मीर के डोगी पहाड़ इलाके के त्रेनरियान में तलाशी अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि छिपाए गए हथियारों को गुरुवार को बरामद किया गया। प्रवक्ता के मुताबिक, बरामद हथियारों में मैगजीन और गोली के साथ तीन पिस्तौल, एके राइफल में इस्तेमाल होने वाली 73 राउंड गोलिया, दो डेटोनेटर, 15 हथगोले शामिल है। इसके अलावा पाकिस्तानी मुद्रा भी बरामद की गई है।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान और उसके छद्म केंद्र शासित प्रदेश में शांति बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने यह बात शुक्रवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के हमले में दो पुलिस कर्मियों के शहीद होने और अन्य के घायल होने के बाद कही। इसके साथ ही, सिंह ने जोर देकर यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति को मजबूत करने की कोशिशें जारी रहेंगी।
नौगाम में पुलिस दल में हमले में शहीद दो जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) समारोह के मद्देनजर हमने शहर में और शहर के बाहर कई स्थानों पर जवानों की तैनाती बढ़ाई है। हम शहर के बाहरी इलाकों में भी तैनाती बढ़ा रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहर के बाहरी हिस्से नौगाम में तैनाती दल पर हमला किया गया और दो जवान शहीद हो गए जबकि अन्य घायल हुए हैं।’
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान और उसके गुर्गे जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण वातावरण बर्दाश्त नहीं कर सकते और यहां तक कि शांति के रास्ते में भी बाधा उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम सभी कश्मीर के हालात के बारे में जानते हैं, जहां पर आतंकवादी नियमित रूप से नागरिकों, पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की कोशिश करते हैं और कई बार वे इसमें सफल भी हो जाते हैं, लेकिन साथ ही पुलिस और सुरक्षा बल हालात में सुधार करने के लिए कदम उठा रहे हैं।’ सिंह ने कहा, ‘हम आने वाले दिनों में आतंकवाद निरोधी अभियान का विस्तार करेंगे लेकिन ऐसी घटनाएं पाकिस्तान और उसके गुर्गों की वजह से होती है क्योंकि वे यहां शांतिपूर्ण माहौल को बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस तरह की साजिश पूरी सीमा पर चल रही है और वे शांति के रास्ते में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, मुझे भरोसा है कि शांति मजबूत करने की हमारी कोशिश जारी रहेगी।’
डीजीपी ने कहा कि शनिवार को स्वातंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा बल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तैयारियों की जानकारी देते हुए सिंह ने बताया, हम हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन और कैमरे लगे वाहनों का इस्तेमाल करेंगे। हम आने वाले दिनों में निगरानी उपकरणों में सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। शहर और अन्य स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अन्य उपाय, मसलन जवानों की तैनाती और निगरानी की जा रही है।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके नौगाम में शुक्रवार सुबह जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक दल पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें दो पुलिस कर्मी मारे गए और एक अन्य कर्मी घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने नौगाम बाईपास के पास पुलिस के एक दल पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायल कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद ने यह हमला किया।
कुमार ने हमलास्थल के निकट संवाददाताओं से कहा, ‘उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें हमारे दो जवान शहीद हो गए, हमने उनकी (आतंकवादियों की) पहचान कर ली है। उनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद से है। हम जल्द ही उन्हें निष्क्रिय कर देंगे।’ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किसी आतंकवादी हमले की आशंका संबंधी कोई जानकारी मिलने के सवाल के जवाब में कुमार ने कहा, ‘हमें 15 अगस्त और 26 जनवरी से पहले हर साल इस प्रकार की जानकारियां मिलती हैं। हमारे पास जानकारी थी कि वे किसी इलाके में (हमले की) कोशिश करेंगे। जवान सतर्क और तैयार थे, लेकिन वे (आतंकवादी) पीछे से आए और उन पर गोलियां चला दीं।’
उन्होंने कहा, ‘हमने इलाके की घेराबंदी कर ली है और आंतकवादियों की तलाश की जा रही है। यह संकरा मार्ग है और वहां असैन्य लोगों की आवाजाही थी। यदि हमारे जवान जवाबी कार्रवाई करते, तो आम लोगों की भी जान जा सकती थी, इसलिए उन्होंने संयम बरता।’ पीडीपी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि इससे कश्मीरियों के लिए हालात और खराब हो जाएंगे।