AFI की सरकार से आग्रह, कोविड-19 टीका उपलब्ध होने के बाद ओलंपिक खिलाड़ियों को मिले प्राथमिकता
नयी दिल्ली। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने बुधवार को कहा कि उसने सरकार से आग्रह किया है कि जब कोविड-19 टीका उपलब्ध हो तो ओलंपिक के लिए जाने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाए। भारत सहित कई देश कोरोना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। भारत सरकार इसे सबसे पहले कोरोना वायरस संक्रमितों के सीधे संपर्क में आने वालों, सैनिकों और कुछ निश्चित वर्ग के लोगों को मुहैया कराने पर विचार कर रही है। एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने वेबिनार के दौरान कहा, ‘‘हम पहले ही सरकार के साथ इस पर चर्चा कर रहे हैं और उन्हें कहा है कि हमें इसकी (टीके की) जरूरत ओलंपिक के लिए जाने वाले हमारे एथलीटों के लिए है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें सुनिश्चित करने की जरूरत है कि टीके के आने पर वे (ओलंपिक के लिए जाने वाले खिलाड़ी) उन शुरुआती लोगों में शामिल रहें जिन्हें यह दी जाए और इस संबंध में चर्चा शुरू हो चुकी है।’’यह पूछने पर कि अगर टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच की तरह कोई खिलाड़ी टीका नहीं लगाना चाहेगा या टीके से डोप नियंत्रण में कोई समस्या होगी तो राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि खिलाड़ी इसे लेकर उत्सुक हैं। गोपीचंद ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि खिलाड़ियों को लेकर कोई समस्या होगी, वे टीके का इंतजार कर रहे हैं। ट्रायल चल रहे हैं जिससे सुनिश्चित होगा कि खिलाड़ी टीके के आने पर आश्वस्त होंगे।’’ सुमारिवाला ने कहा कि दुनिया भर के सभी देश इस महामारी से जूझ रहे हैं और ऐसे में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) को पता होगा कि ये (संभावित टीका) प्रदर्शन में सुधार के लिए नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि डोप नियंत्रण को लेकर कोई समस्या होगी क्योंकि यह दुनिया भर से जुड़ी चीज है। वाडा ने पर्याप्त संज्ञान लिया होगा कि यह प्रदर्शन में सुधार करने वाली दवा नहीं होगी और उसका इस्तेमाल स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए किया जाएगा।