कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस ने निकाला सत्ता का फॉर्मूला, जानें डील की शर्तें
बेंगलुरु: कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन बहुमत दूर है. चुनाव आयोग के आंकड़ों में बीजेपी को 104 सीटें, कांग्रेस को 77 जबिक जेडीएस 38 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. ऐसे में कांग्रेस, बीजेपी को सत्ता से दूर करने का पूरा प्रयास कर रही है. कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है. कांग्रेस ने जेडीएस के साथ सरकार बनाने के लिए सत्ता का फॉर्मूला तैयार कर लिया है.
कांग्रेस ने जो फॉर्मूला पेश किया है, उसके मुताबिक, गठबंधन सरकार में कुमारस्वामी मुख्यमंत्री होंगे. उसके अलावा जेडीएस के 11 मंत्री बनाए जाएंगे. वहीं, कांग्रेस सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद कांग्रेस को दिया जाएगा. इसके अलावा कांग्रेस की ओर से 21 मंत्री बनाए जाएंगे. अब देखना होगा कि जेडीएस इस फॉर्मूले से कितनी सहमत होती है.
राज्यपाल पर टिकी निगाहें
कर्नाटक में सत्ता के रण में सबकी निगाहें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी हुई हैं कि वे किस पार्टी को सबसे पहले सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं. उधर, बीजेपी भी सरकार बनाने का दावा कर रही है. इसी बीच, जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा है.
जेडीएस ने स्वीकारा कांग्रेस का आमंत्रण
जैसे ही यह साफ हुआ कि बीजेपी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा, कांग्रेस नेता सक्रिय हो गए. उन्होंने गठबंधन के लिए जेडीएस संरक्षक व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से संपर्क किया. बाद में कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने सिद्धारमैया के साथ मीडिया को बताया कि जेडीएस ने कांग्रेस के सहयोग देने की पेशकश को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा, “हम राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश केरेंगे. हमारे आंकड़े मिलकर भाजपा की संख्या से अधिक होंगे.”