किसानों को मजबूत बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता: पीयूष गोयल
जयपुर। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसानों को मजबूत बनाना नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है और उसका मानना है कि किसान सशक्त होगा तो देश मजबूत बनेगा। गोयल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार छह साल से किसानों के जीवन में बदलाव लाने, उनका उत्पादन बढ़ाने व उत्पादन का सही मूल्य दिलाने का अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी पहलों से किसानों का विश्वास व दिल जीता है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी कानूनों की ओर इशारा करते हुए गोयल ने कहा कि किसानों को सालों साल से अनेक बंधनों में बांधे रखा गया है जिनसे मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने गत महीनों में कई परिवर्तनकारी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर संकट में किसानों के साथ खड़ी रही है और वास्तविकता देश के सामने है।उन्होंने कहा कि किसानों का भविष्य सुधारने के लिए उन्हें अलग-अलग बंधनों से मुक्ति दिलाई गयी है। गोयल ने कहा, ‘‘अब वह आजाद हैं कि किसी को भी कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकता हैं।’’ गोयल ने कहा, ‘‘न तो हमने मंडी और न ही एपीएमसी को खत्म किया है। व्यवस्था को रखते हुए किसान अपनी मर्जी से कहीं भी उत्पाद बेच सकता है।’’ गोयल ने कहा कि इन कानूनों के जरिए सरकार ने एक प्रकार से किसान को स्वावलंबी भी बनाया है और उसे आमदनी बढ़ाने के मौके दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘किसान सशक्त होगा तो देश मजबूत बनेगा। किसानों को मजबूत बनाना मोदी सरकारी की प्राथमिकता रही है। पिछले छह साल में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर जो खरीद हुई है वह संप्रग सरकार के कार्यकाल में हुई खरीद की तुलना में लगभग दोगुनी है। देश के किसानों को प्रधानमंत्री मोदी की नीयत व नीतियों पर पूरा विश्वास है।’’गोयल ने आरोप लगाया कि दिशाहीन व मुद्दाविहीन विपक्ष किसानों व देशवासियों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों को गलत डर दिखा कर उन्हें भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है लेकिन कांग्रेस का यह प्रयास सीमित इलाके तक रहा। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली को समाप्त किए जाने के सवाल पर गोयल ने कहा कि यह व्यवस्था थी,है और बनी रहेगी। इससे पहले गोयल ने किसानों के हित और उन्हें सशक्त बनाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों से विचार विमर्श किया तथा विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिये। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व कैलाश चौधरी भी मौजूद थे।