कोरोना के इलाज में रेमडेसिविर को मिली FDA की मंजूरी, WHO बता चुका है बेअसर
वॉशिंगटन. गुरुवार को कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अच्छी खबर सामने आई है. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration) ने कोविड 19 के इलाज के लिए पहले ड्रग रेमडेसिविर (Remdesivir) को मंजूरी दे दी है. खास बात है कि यह दवा मरीज के बीमारी से उबरने के समय को औसत पांच दिनों तक कम कर देती है. यही दवा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी संक्रमण के बाद दी गई थी.
किन मरीजों को दी जा सकती है इसकी डोज
कैलिफोर्निया स्थित गिलियड साइंसेज (Gilead Sciences) इस दवा को वेकलुरी कहते हैं. इस दवा को अस्पताल में भर्ती मरीजों को आईवी के जरिए दिया जाएगा. अमेरिकी में इस दवा को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति मिल गई थी और अब यह एफडीए अप्रूवल लेने वाली पहली दवा बन गई है. इस दवा को लेने वाली मरीज की उम्र कम से कम 12 साल होनी चाहिए. मरीज का वजन कम से कम 88 पाउंड यानी 40 किलोग्राम होना चाहिए. गिलियड की चीफ मेडिकल ऑफिसर ने एक बयान में कहा कि अब हमारे पास कोविड 19 से लड़ने के लिए पर्याप्त ज्ञान और उपकरण हैं.
कैसे काम करता है यह ड्रग
यह दवा शरीर के अंदर मौजूद वायरस के ऐसे पदार्थ को रोकने का काम करती है, जो वायरस को अपनी नई कॉपी तैयार करने में मदद करता है. रेमडेसिविर को मरीज को देने से पहले कुछ टेस्ट की जरूरत होगी. इसके अलावा दवा के लेबल पर यह साफ लिखा हुआ है कि इसे मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) के साथ न दिया जाए. क्योंकि इससे दवा के प्रभाव पर असर पड़ेगा.
डब्ल्युएचओ के मुताबिक, दवा नहीं है मददगार
डॉक्टर पार्से ने कहा कि रेमडेसिविर को 50 देशों में मंजूरी या अस्थायी मान्यता मिल गई है. इसकी कीमतों को लेकर विवाद है, क्योंकि अभी तक किसी भी स्टडी से यह पता नहीं चल सका है कि रेमडेसिविर सर्वाइवल को बेहतर बनाती है. बीते हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्व में एक बड़ी स्टडी हुई थी, जिसमें कहा गया था कि यह दवा अस्पताल में भर्ती मरीजों की मदद नहीं करती है. हालांकि, यह स्टडी पुरानी फायदा बताने वाली स्टडी के मामले में कम मजबूत थी और इसमें एक प्लेसबो समूह को शामिल नहीं किया गया था.