IT सेक्टर के लिए वर्क फॉर्म होम रहेगा जारी, 75 प्रतिशत कर्मचारी करेंगे घर से काम
नयी दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव अजय प्रकाश साहनी ने शुक्रवार को कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग कामकाज के पुराने ढर्रे पर वापस नहीं लौट सकता और घर से काम करने (डब्ल्यूएफएच) की व्यवस्था आने वाले समय में भी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि ‘लॉकडाउन’ के दौरान आईटी उद्योग ने एक मजबूती दिखायी है। इस दौरान उनके 97 प्रतिशत तक कर्मचारी न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक ग्राहकों को भी अपने घरों से या अपने रूचि के स्थानों से सेवा देते रहे हैं।
साहनी ने माइक्रोसाफ्ट के कार्यक्रम में कहा, ‘‘उस समय (लॉकडाउन के दौरान) जो भी हुआ, हम उससे काफी उत्साहित हैं। अब यह सचाई है, मैं कामकाज के पुराने ढर्रे पर जाने की कल्पना नहीं कर सकता। उद्योग ने भी मुझसे कहा है कि पुराने तरीके से कामकाज का अब सवाल ही नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह बिल्कुल संभव है कि 75 प्रतिशत कार्यबल दफ्तर के बाहर रहकर अपने घरों से काम करते रहेंगे और वे उतना ही या उससे कहीं ज्यादा बेहतर काम करेंगे।’’ साहनी ने कहा कि डेटा सेंटर की मदद से मिलने वाली सेवाओं के कारण हर किसी को अपने घर से बिना किसी बाधा के काम करने में सहायता मिली। साइबर सुरक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार इस खंड में स्थानीय उत्पादों और एप्लीकेशन के विकास को बढ़ावा दे रही है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि डिजिटल इंडिया सरकार के लिये बदलाव लाने वाला मिशन है। उन्होंने कहा, ‘‘आधुनिक प्रौद्योगिकी ने अभूतपूर्व रूप से हमारी अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवाओं के दायरे को बढ़ाया है। आज डिजिटल मंच, अपने घरों से या कहीं दूर रहकर काम करना, ऑनलाइन शिक्षा जैसी चीजें कोविड-19 महामारी के बाद अब विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता बन गयी है।