किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में निकाय चुनाव के लिए मतदान शुरू
चंडीगढ़। विवादास्पद तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) शासित हरियाणा में रविवार को नगरपालिका चुनावों के लिए मतदान शुरू हो गया। राज्य में अक्टूबर 2019 में भाजपा-जजपा गठबंधन के सत्ता में आने के बाद यह पहला चुनाव है।
भाजपा-जजपा गठबंधन और कांग्रेस चुनावी मैदान में हैं।
चुनाव के लिए मतदान शाम 5.30 बजे तक जारी रहेगा। यह चुनाव महापौर और अंबाला, पंचकुला और सोनीपत के नगर निगमों के वाडरें के सदस्यों के लिए और रेवाड़ी की नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष और सदस्य और सांपला (रोहतक) धारूहेड़ा (रेवाड़ी) और उकलाना (हिसार) की नगरपालिका समितियों के सदस्य के लिए है।
दो बार के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि नगरपालिका चुनाव राज्य में राजनीति का भविष्य तय करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं और उनकी समस्या का समाधान करने के लिए उन्हें संबोधित किए जाने के बजाय, सरकार देश के सबसे बड़े किसान आंदोलनों में से एक की अनदेखी कर रही है।
ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने भाजपा-जजपा सरकार द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ किए गए बल के विरोध में इन चुनावों का बहिष्कार किया है।
पंचकूला में इन चुनावों के लिए करीब 1.89 लाख लोग पूर्व मेयर और कांग्रेस उम्मीदवार उपिंदर कौर अहलूवालिया और भाजपा के उम्मीदवार कुलभूषण गोयल और चार अन्य मेयर प्रत्याशियों के अलावा 83 में से 20 पार्षदों का चुनाव करेंगे।
चुनाव अधिकारियों का कहना है कि मतदान सख्त कोविड-19 दिशानिदेशरें के साथ कराया जा रहा है। मतदान से पहले मतदान केंद्रों की अनिवार्य सैनिटाइजेशन की गई।
कोविड-19 रोगियों और कोरोनावायरस के लक्षण वाले लोगों के लिए मतदान के अंतिम एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
नगरपालिकाओं के लिए चुनाव ईवीएम के माध्यम से आयोजित किए जाएंगे, जबकि महापौर और अध्यक्ष चुनाव के लिए मत पत्रों का उपयोग किया जाएगा।
मतगणना 30 दिसंबर को होगी।