दिल्ली हिंसा में शामिल हिंदू आरोपियों को लेकर बड़ा खुलासा, तिहाड़ जेल में मारने की थी साजिश
नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा (North-East Delhi Violence) में शामिल हिंदू आरोपियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में शामिल हिंदू आरिपियों को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में ही मारने की साजिश का भंडाफोड़ किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली हिंसा के हिन्दू आरोपियों को मर्करी (पारा) देकर मारने की साजिश रची गई थी. दिल्ली पुलिस के स्पेशल के मुताबिक तिहाड़ जेल में बंद शाहिद और जेल के बाहर से असलम ने यह साजिश रची थी. साजिश के तहत असलम ने जेल में ही शाहिद को मर्करी पहुंचाया था.
दिल्ली हिंसा के दौरान मौजपुर पुलिया और शिव विहार पुलिया के पास हत्या करने वाले आरोपियों की जेल में हत्या की साजिश थी. साजिश की भनक लगने पर स्पेशल सेल ने टेक्निकल सर्विलांस रखना शुरू किया और साजिश को नाकाम किया. दिल्ली पुलिस ने तिहाड़ जेल से मर्करी जब्त किया है. साथ ही दो आरिपियों को भी गिरफ्तार किया है.
23 फरवरी को शुरू हुई थी हिंसा
बीते साल 23 फरवरी को दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के जाफराबाद इलाके में अचानक दोपहर 3 बजे के बाद दंगा भड़क गया था, जिसकी आग पूरे जिले में तेजी से फैल गई थी. इसमें 53 लोगों की जान भी चली गई. इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित और दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल भी दंगों का शिकार हुए थे.
अब तक 751 एफआईआर दर्ज
23 फरवरी से शुरू होकर कई दिन तक चली इस हिंसा में दिल्ली पुलिस ने कुल 751 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में हिंसा मामलों पर बनी स्पेशल कोर्ट में लगातार सुनवाई भी चल रही है. हिंसा के मास्टरमाइंड माने जाने वाले आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन और कांग्रेस पार्टी की पूर्व पार्षद इशरत जहां अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट पर अभी सुनवाई जारी है.