नौसेना में शामिल हुई INS करंज, बिना किसी आवाज के दुश्मन को कर सकती है तबाह
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और एडमिरल वीएस शेखावत (सेवानिवृत्त) की मौजूदगी में पनडुब्बी आईएनएस करंज को भारतीय नौसेना में शामिल कराया गया। इस मौके पर नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना पिछले 7 दशकों में रक्षा में स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता की मजबूत समर्थक रही है। वर्तमान में, आदेश पर 42 जहाजों और पनडुब्बियों में से 40 का निर्माण भारतीय शिपयार्डों में किया जा रहा है।आईएनएस करंज साइलेंट किलर के नाम से मशहूर है। भारतीय नौसेना में इसका शामिल होना अपने आप में भारत के बड़ी कामयाबी है। इसकी सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि यह सबमरीन जब अपने मिशन पर रहती है तो इससे आवाज सुनाई नहीं देती। यानी कि यह सबमरीन दुश्मन के इलाके का नेस्तानाबूद कर देगी फिर भी आवाज नहीं आएगी।