तीसरी बार बंगाल में सरकार बनाने की ओर बढ़ीं ममता, TMC200+ सीटों पर और BJP को 80 से कम सीटों पर बढ़त
कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को जारी मतगणना में 275 सीटों के शुरुआती रुझानों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राज्य में सत्ता पर फिर से काबिज होती दिख रही है, जहां उसके प्रत्याशी 203 सीटों पर आगे चल रहे हैं, जबकि भाजपा के महज 80 उम्मीदवारों को बढ़त मिली है. अभी तक पांचवें राउंड की गिनती हो चुकी है.
यह भाजपा के लिए एक बड़ी निराशा के रूप में सामने आया है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का लगातार फोकस बंगाल पर बना हुआ था और उन्होंने अपनी सारी ऊर्जी यहां झोंक रखी थी.
यह रूझान यह भी बताता है कि ममता बनर्जी अमित शाह और नरेंद्र मोदी के सामने अपना किला बचाने में सक्षम रही हैं.
हालांकि, मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर अपने पूर्व सहयोगी एवं भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी से 8,000 से अधिक मतों से पीछे चल रही हैं.
14 मार्च से नंदीग्राम में एक रैली के दौरान लगी चोटों के बाद व्हीलचेयर होने के बावजूद, मुख्यमंत्री ममता ने 26 अप्रैल को अभियान समाप्त होने तक लगभग 150 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में हर दिन कम से कम तीन से चार रैलियां कीं.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बनर्जी को कम से कम 48.4 प्रतिशत वोट शेयर मिला है -जो 2019 के लोकसभा चुनाव से करीब 5 फीसदी अधिक है. लोकसभा चुनाव में 43 फीसदी था.
5 प्रतिशत वृद्धि यह संकेत देती है कि बनर्जी ने कांग्रेस और सीपीएम के वोटों को अपने पक्ष में कर लिया है, जो 2019 में भाजपा में चली गई थी.
भाजपा का वोट शेयर 40 फीसदी से गिरकर 37.4 फीसदी हो गया है.
चुनाव प्रचार के दौरान, बनर्जी और उनकी पार्टी ने भारतीय चुनाव आयोग को कथित तौर पर अनुचित चुनाव कराने के लिए बार-बार दोषी ठहराया और यह पक्षपातपूर्ण है यह भी कहा था. उन्होंने केंद्रीय बलों द्वारा कार्रवाई की भी आलोचना की और चुनावों के बाद ईसीआई को अदालत में ले जाने की धमकी दी थी.