सितंबर में संयुक्त राष्ट्र जाकर महासभा को संबोधित कर सकते हैं पीएम मोदी, 14 सितंबर से शुरू होगा 76वां वार्षिक सत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के उच्च स्तरीय वार्षिक सत्र को व्यक्तिगत रूप से संबोधित कर सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी वक्ताओं की अस्थायी सूची में उनका नाम शामिल है. उच्च स्तरीय वार्षिक सत्र के लिए सूची और कार्यक्रम में बदलाव हो सकता है. इसके अलावा कोविड-19 के बेहद संक्रामक डेल्टा वेरिएंट के अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सदस्य राष्ट्रों में तेजी से फैलने की स्थिति को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विश्व नेताओं की उपस्थिति महत्वपूर्ण रूप से निर्भर करेगी.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में आम चर्चा के लिए वक्ताओं की पहली अनंतिम सूची के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 25 सितंबर की सुबह उच्च स्तरीय सत्र में भाषण देंगे. वह उस दिन के लिए सूचीबद्ध पहले नेता हैं. इससे पहले 2019 में, मोदी उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के लिए न्यूयॉर्क गए थे.
पिछले साल, पीएम मोदी समेत विश्व नेताओं ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के लिए पहले से रिकॉर्डेड वीडियो भाषण सौंपे थे, क्योंकि राष्ट्र प्रमुख और सरकार कोरोना वायरस महामारी के कारण वार्षिक सभा में खुद से मौजूद नहीं रह सकते थे. यह संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में पहली बार था जब उच्च स्तरीय सत्र ऑनलाइन हुआ था.
रिकॉर्डेड भाषण सौंपने का भी विकल्प
इस साल भी, विश्व के नेताओं के लिए पूर्व-दर्ज बयान भेजने का विकल्प खुला रखा गया है क्योंकि दुनिया भर के कई देशों में महामारी का प्रकोप अब भी जारी है. आम चर्चा 21 सितंबर से शुरू होगी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन व्यक्तिगत रूप से सत्र को संबोधित करने वाले हैं, जो अमेरिकी नेता के रूप में विश्व संगठन में उनका पहला संबोधन होगा. जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलियाई नेता स्कॉट मॉरिसन भी 24 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से आम चर्चा को संबोधित करने के लिए सूचीबद्ध हैं.
ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के नेताओं के व्यक्तिगत रूप से महासभा सत्र में भाग लेने की उम्मीद के साथ, यह संभावना है कि सितंबर में यूएनजीए के आसपास ही क्वाड (QUAD) नेताओं का शिखर सम्मेलन हो सकता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा का 76वां सत्र 14 सितंबर से शुरू होगा. मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद साल भर चलने वाले सत्र के अध्यक्ष होंगे.