योगी मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, जितिन प्रसाद सहित कुल 7 मंत्रियों ने ली शपथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले योगी मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है, जोकि काफी अहम माना जा रहा है। योगी कैबिनेट का विस्तार हो चुका है। यूपी में 1 कैबिनेट मंत्री और 6 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली। जितिन प्रसाद ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली जबकि अन्य से राज्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को राजभवन में जितिन प्रसाद ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। वहीं छत्रपाल सिंह गंगवार, पलटू राम, संगीता बलवंत, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर सिंह को मंत्री पद की शपद दिलाई गई। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के राजभवन में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल के बहुप्रतीक्षित विस्तार के तहत रविवार को कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद समेत सात मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित एक सादे समारोह में जितिन प्रसाद, पलटू राम, धर्मवीर प्रजापति, छत्रपाल गंगवार, संगीता बलवंत, संजीव कुमार गौड़ और दिनेश खटिक को मंत्री पद की शपथ दिलाई। प्रसाद को कैबिनेट मंत्री जबकि अन्य को राज्य मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी।
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। मूल रूप से दमखोदा के रहने वले छत्रपाल गंगवार ने मंत्री पद की शपथ ली। छत्रपाल गंगवार 2007 में पहली बार बहेड़ी से चुनाव जीता। पलटूराम ने मंत्री पद की शपथ ली। संगीता बलवंत बिंद ने भी मंत्री पद की शपथ ली। संगीता बलवंत बिंद कई किताबों की लेखिका भी हैं। संगीता बलवंत बिंद गाजीपुर सदर से विधायक हैं।
2017 में पहली बार विधायक बने संजीव कुमार गोंड ने योगी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। संजीव कुमार गोंड अनुसूचित जनजाति से आते हैं। गोंड समाज के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते हैं। संजीव कुमार गोंड ओबरा विधानसभा सीट से विधायक हैं। मेरठ के हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक ने मंत्री पद की शपथ ली। पूरा परिवार संघ का पुराना कार्यकर्ता है। धर्मवीर प्रजापति सिंह ने योगी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य हैं।योगी सरकार में कुल 7 नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। यूपी के जातिगत समीकरणों को देखते हुए योगी कैबिनेट का विस्तार किया गया। यूपी में ब्राह्मण वोट बैंक पर इस बार हर पार्टी की नजर है। जितिन प्रसाद जिस तरह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए, उसे भी ब्राहाणवाद की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।