केदारनाथ धाम के कपाट 6 को और बद्रीनाथ धाम के 20 नवंबर को होंगे बंद
केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट छह नवंबर को बंद होंगे. वहीं 20 नवंबर को बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट भी बंद किए जाएंगे. उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड (Uttarakhand Char Dham Devasthanam Management Board) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. वहीं भारी बारिश के कारण प्रशासन ने चारधाम यात्रा को रोक दिया था, मौसम खुलने के बाद एक बार फिर चारधाम यात्रा शुरू कर दी गई है. मौसम सामान्य होते ही यात्रा ने रफ्तार पकड़ ली है.बुधवार से केदारनाथ धाम यात्रा भी शुरू हो गई है. दो दिन बाद मौसम साफ होते ही केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा शुरू हो गई है.
बीते बुधवार से गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलीपैड से सात हेली कंपनियों के हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. 18 और 19 अक्तूबर को जिन यात्रियों ने हेली टिकटों की बुकिंग कराई थी. पहले उन्हें केदारनाथ भेजा गया.अब तक लगभग 14 हजार तीर्थ यात्रियों ने हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंच कर दर्शन किए.
मौसम मेहरबान हुआ तो फिर शुरू हुई चारधाम यात्रा
भारी बारिश के बाद उत्तराखंड में मौसम मेहरबान हुआ तो एक बार फिर चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) शुरू हो गई है. प्रदेश में मौसम के खुलते ही केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की तीर्थ यात्रा राज्य सरकार की ओर से फिर शुरू कर दी गई है. मौसम विभाग ने राज्य में 17 से 19 अक्टूबर तक भारी बारिश की चेतावनी दी थी. इस चेतावनी के बाद तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए 18 अक्टूबर को चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई थी. बुधवार को केदारनाथ धाम में 4475, गंगोत्री धाम में 1433 और यमुनोत्री धाम में 2444 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इस तरह कुल 8,352 श्रद्धालुओं ने चारधाम की यात्रा की.
भारी बारिश-भूस्खलन से अब तक 64 की मौत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को उत्तराखंड के बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया.प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर लौटे गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने देहरादून में मीडिया से बातचीत की. गृह मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी कि भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक कुल 64 लोगों की मौत हुई है. अब तक 11 से ज्यादा लोग लापता हैं. नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी में सड़कें पूरी तरह से खोल दी गईं हैं. इसके अलावा पावर स्टेशन जल्द ही परिचालन फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं.