आप ‘दंगे’ कराते हो और हम ‘दंगल’ करवाते हैं-अनुराग ठाकुर
यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) पास आते ही आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है. विरोधी दल एक दूसरे पर कटाक्ष करने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं दे रहे हैं. केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज बागपत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Anurag Thakur On Akhilesh Yadav) पर जमकर हमला बोला. बागपत में एक खेल प्रतियोगिता में शामिल होने पहुंचे यूपी चुनाव बीजेपी सह-प्रभारी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला.
अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यूपी में खेल प्रतियोगिता कराने में आखिर क्या बुराई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका दे रही है तो इसमें बुराई ही क्या है. अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश भाई आप दंगे करवाते हैं और हम दंगल (Bagpat Dangal) करवाते हैं. उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बागपत के लोग दंगल चाहतें हैं दंगा नहीं. बीजेपी नेता ने कहा कि अगर खेलों को आगे बढ़ाने में क्या बुराई है. और नशे पर रोक लगाने में भी क्या बुराई है.
दरअसल बागपत में ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है. बजरंग पुनिया समेत कई ओलंपिक पदक विजेता यहां पर पहुंचे हैं. इसी दौरान दंगल में कुश्ती पर 11 लाख का इनाम रखा गया है. आज बागपत पहुंचे अनुराग ठाकुर ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष खेल प्रतियोगिताओं पर सवाल उठाते हैं, लेकिन वह यह क्यों नहीं सोचते ही इसके जरिए ही ग्रामईम प्रतिभाएं देश के लिए मेडल जीतती हैं.
अनुराग ठाकुर से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया था. इस दौरान उन्होंने भी सपा पर जमकर हमला बोला था. मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव की ‘जिन्ना’ वाली टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग पाकिस्तान के संस्थापक पर विश्वास करते हैं, वे उनके कार्यकाल में आस्था पर हमला करने और “दंगे भड़काने” में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिन्ना के अनुयायी गन्ने की मिठास को कैसे समझ सकते हैं.
‘आप ‘दंगे’ कराते हैं और हम ‘दंगल’
सीएम योगी ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर वोट बैंक की राजनीति करने और “आतंकवादियों” के खिलाफ मामले वापस लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्मस्थली पर हमला करने वाले आतंकवादियों के मामले पिछली सरकार ने बेशर्मी से वापस ले लिए थे. लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पिछली सरकार के इस इरादे को सफल नहीं होने दिया.
बात दें कि 2013 की तत्कालीन सपा सरकार ने अयोध्या सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों के खिलाफ मामलों को वापस लेने का आदेश जारी किया. उनका मानना था कि वे सभी निर्दोष थे. जिन्हें झूठे मामलों में फंसाया गया था. लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी.