आज मोदी-पुतिन की बैठक पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें, ये हैं टॉप एंजेडा
नई दिल्ली: आज का दिन भारत और रूस के रिश्तों के लिए बेहद अहम होने वाला है। आज दो साल बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आमने-सामने मुलाकात होगी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आ रहे हैं। वो आज शाम साढ़े 5 बजे हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारत और रूस के बीच 21वीं सालाना शिखर वार्ता में शामिल होंगे। इससे पहले भारत और रूस के बीच टू प्लस टू टॉक भी हो रही है, जिसमें रूसी रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री भारत के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री के साथ बातचीत कर रहे हैं। इसके लिए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव बीती रात दिल्ली पहुंच गए थे।
मोदी को S-400 का मॉडल गिफ्ट करेंगे पुतिन
भारत और रूस के बीच 5 अहम क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। ऊर्जा समेत समुद्री परिवहन को सुगम बनाने संबंधी क्षेत्र में भी समझौता होगा। इसके अलावा टू प्लस टू शिखर वार्ता में अफगानिस्तान के हालात और जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करने की संभावना है।
चीन और पाकिस्तान में मचा हड़कंप, टेंशन बढ़ाएगा पुतिन का भारत दौरा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे लेकिन इससे पहले ही रूस ने S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भारत के लिए रवाना कर दिया है। S-400 के भारत आने की खबरों से चीन और पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। S-400 काफी ख़तरनाक हथियार है क्योंकि ये टारगेट के सामने बचने का कोई रास्ता नहीं छोड़ता है। जहां भी S-400 की एक बैटरी तैनात की जाती है तो 400 किलोमीटर के दायरे में 64 मिसाइल हमेशा तैयार रहती हैं।
- S-400 चार तरह की मिसाइल फायर कर सकता है इसमें 40 किलोमीटर रेंज की मिसाइल जो छोटे दायरे में दुश्मन के विमान गिराती है।
- इसके अलावा 120 किलोमीटर रेंज की मिसाइल, 250 किलोमीटर रेंज की मिसाइल और 400 किलोमीटर रेंज की मिसाइल भी फायर की जा सकती हैं।
- S-400 में लगा लंबी दूरी का रडार इसकी सबसे बड़ी ताक़त है ये एक बार में 100 टारगेट को ट्रैक कर सकता है
- इसका रडार दुनिया का सबसे ख़तरनाक एयर डिफेंस रडार माना जाता है
- क्योंकि ये स्टेल्थ विमान को भी ट्रैक करके मार गिराने की ख़ूबी रखता है
- इसकी ट्रैकिंग रेंज 600 किलोमीटर तक है जबकि ये दुश्मन की मिसाइल या ड्रोन विमान पर 400 किलोमीटर के दायरे में हमला कर सकता है