ओमिक्रॉन कोरोना वेरिएंट ने ली पहली जान, अब तक 63 देशों में फैला
लंदन: दक्षिण अफ्रीका में बीते महीने पहले बार मिला कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट अब दुनिया के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ा रहा है। यह दुनिया के तमाम देशों में फैल चुका है। हालांकि, अभी तक इस वेरिएंट से किसी की मौत नहीं हुई थी लेकिन अब ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट से मौत का मामला सामने आया है। इस वेरिएंट से मौत का यह पहला मामला है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस मौत की पुष्टि की है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, “ब्रिटेन में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से पहली मौत की पुष्टि हुई है।
बोरिस जॉनसन ने कहा है कि इस नए स्ट्रेन से बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इसके खतरे को हल्का न लें। उन्होंने 30 साल से अधिक उम्र के सभी लोग से कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज जरूर लगवाने की अपील भी की। उन्होंने यह बातें वेस्ट लंदन के पैडिंगटन में एक टीकाकरण क्लिनिक के दौरे के दौरान कही हैं. यहीं पर उन्होंने देश में ओमिक्रॉन से हुई पहली मौत की भी जानकारी दी। बता दें कि ब्रिटेन में आज से 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का काम शुरू हो गया है।
कोरोना वायरस के नए संक्रमण ओमिक्रॉन ने पूरे विश्व में दहशत फैला रखी है। हर रोज ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस बीच WHO का एक चौका देने वाला बयान सामने आया है। WHO ने कहा है कि ओमिक्रॉन अब तक 63 देशों में फैल चुका है। WHO ने कहा कि संक्रमण की रफ्तार को देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि कुछ ही समय में यह डेल्टा वेरिएंट को पछाड़ देगा।
WHO ने कहा कि हमें यह समझ में नही आ रहा है कि आखिर यह इतनी तेजी से फैल कैसे रहा है। WHO ने बताया कि 9 दिसंबर तक 63 देशों में कोरोना के नए संक्रमण ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं। मिले आंकड़ों के अनुसार अंदाजा लगा जा रहा है कि यह कुछ ही समय में यह डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ देगा।WHO ने कहा कि यदि ओमिक्रॉन संक्रमण से जुड़े प्रारंभिक आंकड़ों को देखा जाए तो ये कोविड के टीके के प्रभाव को कम कर सकता है। इसके साथ ही WHO ने एक राहत देने वाला बयाय भी जारी किया। WHO ने कहा कि हांलाकि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में कम खतरनाक है।