नीरज चोपड़ा को मिलेगाअंतरराष्ट्रीय सम्मान लॉरियस अवॉर्ड
भारतीय खेलों के लिए 2021 का साल हमेशा के लिए यादगार रहेगा. खास तौर पर ओलिंपिक के नजरिए से. भारत ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7 मेडल जीते. इसके साथ ही टोक्यो ओलिंपिक को सबसे खास बनाया जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने. नीरज ने पुरुषों की जैवलिन थ्रो में सबसे दूर तक भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीत लिया. वह एथलेटिक्स में ओलिंपिक गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने. इस प्रदर्शन के लिए अब नीरज को खेलों के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मान लॉरियस अवॉर्ड (Laureus Awards 2022) के लिए नामित किया गया है. नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त 2021 को टोक्यो के ओलिंपिक स्टेडियम में कई दिग्गजों को पछाड़कर गोल्ड मेडल जीता था.
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिंपिक में जैवलिन के फाइनल में अपने पहले ही प्रयास में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंक दिया था. इसके बाद कोई भी खिलाड़ी इस दूरी को पार नहीं कर सका. यहां तक कि जर्मनी के सुपरस्टार और गोल्ड मेडल के सबसे बड़े दावेदार जोहानेस वेट्टर भी नाकाम रहे. इस तरह नीरज ने न सिर्फ 100 साल के लंबे इंतजार के बाद एथेलेटिक्स में भारत के लिए पहला मेडल जीता, बल्कि पहली बार में ही गोल्ड हासिल कर लिया.
साल के सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए खिलाड़ी के लिए नामित
नीरज पहली बार ओलिंपिक में उतरे थे और सीधे सफल होकर लौटे. दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलिंपिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा सिर्फ दूसरे भारतीय एथलीट बने. नीरज चोपड़ा को इसी प्रदर्शन के लिए खेलों की दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मान लॉरियस स्पोर्ट्स की ओर से ‘वर्ल्ड ब्रेकथ्रू ऑफ द इयर’ यानी साल के उभरते हुए खिलाड़ी के सम्मान के लिए नामित किया गया है.
खेल रत्न से PVSM तक, कई बड़े सम्मान
नीरज को पिछले साल ही भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था. इसके अलावा उन्हें पिछले महीने देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री के लिए भी चुना गया. साथ ही भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर तैनात नीरज को परम विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया.
भारत के तीसरे खिलाड़ी नीरज
नीरज से पहले भारत से सिर्फ दो ही खिलाड़ियों को लॉरियस अवॉर्ड के लिए नामित किया गया था. 2019 में पहलवान विनेश फोगाट को नामित किया गया था, जबकि 2020 में दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भी नामित किया गया था. सचिन को 2000 से 2020 के बीच खेलों के सर्वश्रेष्ठ लम्हे का पुरस्कार मिला. सचिन को ये अवॉर्ड 2011 में भारत के विश्व कप जीतने के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों द्वारा कंधे पर बैठाकर स्टेडियम के चक्कर लगाने वाले यादगार पल के लिए ये पुरस्कार मिला था.
इन खिलाड़ियों से है टक्कर
लॉरियस अवॉर्ड के लिए नीरज की टक्कर अंतरराष्ट्रीय खेलों में नाम कमाने वाले 5 अन्य युवा सितारों से है. इसमें रूस के उभरते हुए पुरुष टेनिस स्टार दानिल मेदवेदेव भी हैं, जिन्होंने पिछले साल यूएस ओपन का खिताब जीता था. वहीं ब्रिटेन की 19 साल की टेनिस खिलाड़ी एम्मा राडुकानू को भी नामित किया गया है. उन्होंने भी पिछले साल यूएस ओपन का खिताब जीता था. इनके अलावा, स्पेन और बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के 19 साल के खिलाड़ी पेड्री गोंजालेज का भी नाम है, जिन्होंने पिछले साल यूरो 2020 और फिर टोक्यो ओलिंपिक में स्पेन के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया. टोक्यो ओलिंपिक में 2 गोल्ड समेत 4 मेडल जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की 21 साल की तैराक आरियार्न टिटमस और वेनेजुएला की 26 साल की यूलिमार रोहास को भी नामित किया गया है. रोहास ने टोक्यो में ट्रिपल जंप का गोल्ड जीता था.