मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ लगातार गोरखपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित होते रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी बच्चा पांडे ने बताय कि शुक्रवार दोपहर, मुख्यमंत्री गोरखपुर क्लब में मतदाता जागरुकता सम्मेलन को संबोधित करेंगे और नेपाल लॉज में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री शनिवार को मोहद्दीपुर गुरुद्वारा में सिख समुदाय को संबोधित करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है जहां छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होना है।
नाम ‘समाजवादी’, सोच ‘परिवारवादी’ और काम ‘दंगावादी’-योगी इससे पहले कल अपने तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचने के बाद योगी आदित्यनाथ ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा का नाम ‘समाजवादी’, सोच ‘परिवारवादी’ और काम ‘दंगावादी’ है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने गुंडे, माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए थे तथा बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को दी जाने वाली पेंशन अपनी पार्टी के पदाधिकारियों को समाजवादी पेंशन के नाम पर बांट दी थी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि जनता ने सपा की तुलना में बीते पांच साल में भाजपा की डबल इंजन सरकार को देखा है, आज उसका परिणाम है कि पूरे प्रदेश में भाजपा को जनता का प्रचंड समर्थन मिल रहा है।
सड़कों पर जनता का उत्साह देखते ही बनता है-योगी
विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के लिए पार्टीजनों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि वह लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में चुनाव प्रचार में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की कतिपय पाबंदियों के चलते सभाओं में लोगों की संख्या सीमित की गई है लेकिन सड़कों पर जनता का उत्साह देखते ही बनता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘पश्चिमी यूपी में एक ही मुद्दा है, सुरक्षा का। मीडिया जब लोगों से यह पूछ रही है कि भाजपा को ही वोट क्यों देंगे, तो जनता से जवाब मिल रहा कि भाजपा सरकार ने हमें सुरक्षा का वातावरण दिया है।’’
सपा की सरकार में बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं-योगी
मुख्यमंत्री ने कहा ,‘‘ पांच साल पहले सपा की सरकार में वहां बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। व्यापारी अपने प्रतिष्ठान नहीं खोल पाते थे। लोगों का पलायन होता था। दंगे होते थे। पूरी तरह असुरक्षा का वातावरण था। पर, भाजपा के पांच वर्ष के शासन के दौरान किसी ने दंगा का नाम सुना क्या। कोई दरिंदा किसी बहन-बेटी के साथ जबरदस्ती कर सकता है क्या। आज आधी आबादी बेहिचक कहती है, भाजपा सरकार ने हमें सुरक्षा दी है, यही तो रामराज्य है। हम सुरक्षित हैं तो कुछ भी करने में समर्थ हैं। इसलिए वोट तो बीजेपी को ही देंगे।’’