गंगू के रूप में दमदार हैं आलिया भट्ट, इमोशंस से भरी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी
आलिया भट्ट की मोस्ट अवेडिट फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी सिनेमाघरों में 25 फरवरी को रिलीज हो गयी है। संजय लीला भंसाली की फिल्म का लंबे समय से दर्शक इंतजार कर रहे थे। जैसे ही गंगूबाई काठियावाड़ी सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म को देखने वालों की लाइन लग गयी। पहले दिन ही गंगूबाई काठियावाड़ी ने छप्परफाड़ कमाई की हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पहले दिन गंगूबाई काठियावाड़ी ने 10 करोड़ से ज्यादा की कमाई की हैं। फिल्म को लेकर लोगों में काफी उत्साह हैं। फिल्म को लेकर लंबे समय तक कोर्ट में केस भी चला लेकिन रिलीज से पहले ही कोर्ट का फैसला आया और संजय लीला भंसाली की सारी मुश्किलें खत्म हो गयी। अगर आप भी फिल्म देखने जा रहे हैं जो पहले पढ़ लीजिए कैसे हैं फिल्म।गंगूबाई काठियावाड़ी एक ऐसी महिला थी जिसने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। यह वो औरत थी जिसके साथ किस्मत बुरा करके करते थक गयी लेकिन इस औरत को तोड़ नहीं पायी। ये वो महिला थी जिसने अपने दम पर प्रधानमंत्री तक से पंगा ले लिया था। गंगूबाई काठियावाड़ी एक औरत नहीं बल्कि एक मिसाल हैं। फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी की जिंदगी पर ही बनायी गयी। आलिया भट्ट ने फिल्म में मुख्य भूमिका निभा ई हैं। कुछ देर के लिए पर्दे पर आपको अजय देवगन भी दिखाई देंगे। फिल्म का निर्माण और निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया हैं।
कहानी
गंगूबाई काठियावाड़ी एक ऐसी महिला की कहानी थी जो बचपन में रमणीक नाम के एक लड़के से प्यार करती थी और अपनी आंखों में हिरोइन बनने के बड़े-बड़े सपने देख रही थी। प्यार में फंसाकर वह लड़की को मुंबई लेकर आता हैं और उसे कोठे पर 1000 रूपये में पेज देता हैं। प्यार करने और सपने टूटने की ऐसी सजा मिलने पर गंगूबाई काफी सदमें में पहुंच जाती हैं। कुछ दिनों तक एक अंधेरे कमरे में रहने के बाद वह कमरे से बाहर आती हैं और जहां पर वह बेची जाती है उस दुनिया को बहुत गौर से देखती हैं। धंधा करने के लिए उसे कुछ स्किल सिखाई जाती हैं। गंगूबाई नाम उसे इस धंधे के पेशे में ही दिया जाता हैं। धीरे-धीरे गंगूबाई ने अपने संघर्ष से अपनी कोठे के जिंदगी को बदल देती हैं। यह संघर्ष को देखने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़गी।
फिल्म की लीड एक्ट्रेस आलिया भट्ट है और उन्होंने कमाल की एक्टिंग की हैं। आज से पहले आपने कभी भी आलिया भट्ट को इस तरह के किरदार नें नहीं देखा होगा। भंसाली, जिन्होंने गंगूबाई काठियावाड़ी का संपादन किया है और साथ ही फिल्म के गीतों की रचना की है, के पास प्रोडक्शन डिजाइनर सुब्रत चक्रवर्ती और अमित रे और फोटोग्राफी के निर्देशक सुदीप चटर्जी के सहयोगी हैं। फ़ेडआउट्स और फ़ेड-इन्स के संयोजन के माध्यम से और गंगूबाई की अंधेरी दुनिया और उनके द्वारा पहनी जाने वाली सफेद साड़ी के बीच विरोधाभासों के माध्यम से, फिल्म एक ऐसा माहौल बनाती है जो जानबूझकर तैयार किए जाने के बावजूद हमें अपनी ओर खींचती है और हमें कहानी पर विश्वास करती है।