जम्मू कश्मीर के उधमपुर में विस्फोट, एक की मौत-13 घायल, जांच में जुटी पुलिस की टीम
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के उधमपुर (Udhampur) के सलाथिया चौक में संदिग्ध ब्लास्ट हुआ है. ब्लास्ट के बाद से स्थानीय लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है. जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस बम निरोधक दस्ता और एफएसएल की टीम पहुंच चुकी है.मामले की जांच की जा रही है, आखिरकार यह किस तरह का ब्लास्ट है? वही आंतकी एंगल से भी इस ब्लास्ट जांच की जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक, इस विस्फोट (Bomb Blast) में अब तक 13 लोग घायल हो चुके हैं और एक की मौत हो गई है.
प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि धमाका एक सब्जी बेचने वाले की रेहड़ी में हुआ था. उधर, पीएमओ में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक संदेश में कहा है कि उधमपुर के तहसीलदार कार्यालय के पास रेहड़ी में विस्फोट में 13 लोग घायल हुए हैं. वह इस मामले को लेकर डीसी इंदू चिब के संपर्क में है. पुलिस और प्रशासन को इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा सभी घायलों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा देने को कहा गया है. विस्फोट के सटीक कारणों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
लाल चौक पर भी हुआ था हमला
वहीं हाल ही में जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के लाल चौक पर आतंकी हमला हुआ है. श्रीनगर के लाल चौक के अमीरा कडाल इलाके में रविवार को ग्रेनेड अटैक हुआ है. इस हमले में 10 लोग घायल हो गए हैं. घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है. घायलों की हालत स्थिर बताई जाती है.
ग्रेनेड हमले में दो लोग गिरफ्तार
रविवार को हुए ग्रेनेड हमले (Grenade Attack) के सिलसिले में मंगलवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया. हमले में दो आम नागरिकों की मौत हो गई और 36 अन्य घायल हुए थे. पुलिस ने यह जानकारी दी. मोहम्मद बारिक नामक पहले आरोपी को खानयार से गिरफ्तार किया गया था और उससे आरंभिक पूछताछ के बाद दूसरे आरोपी फाजिल नबी सोफी को गिरफ्तार किया गया. ग्रेनेड हमले में इस्तेमाल किए गए दोपहिया वाहन को भी विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जब्त कर लिया है. आतंकी हमले के तुरंत बाद इस एसआईटी का गठन किया गया था.
ग्रेनेड हमले में इस्तेमाल किए गए दोपहिया वाहन को भी विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जब्त कर लिया है. अपनी जांच के दौरान टीम ने जांच के लिए अत्याधुनिक साधनों का इस्तेमाल किया और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण, पूरे श्रीनगर शहर में सीसीटीवी के फुटेज, सेल टावर डंप विश्लेषण, आईपी डंप विश्लेषण किया और कुछ चश्मदीदों से पूछताछ के आधार पर अपराध स्थल पर घटना का पुनर्चित्रण किया.