योगी के सिर UP का ताज, केशव मौर्य-ब्रजेश पाठक बने डिप्टी सीएम
योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर ऐतिहासिक शपथ ली (CM Yogi Adityanath Oath Ceremony). राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. योगी ने लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में शपथ ली. CM योगी के साथ केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) और ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी शामिल हुए. इसके साथ ही बीजेपी और NDA शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शामिल हुए.इसके साथ ही योगी कैबिनेट के लिए 52 मंत्रियों की लिस्ट फाइनल हुई है. ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया है. नितिन अग्रवाल और कपिल देव अग्रवाल सहित 14 मंत्रियों को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिया गया है. सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नन्द गोपाल गुप्ता, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेन्द्र उपाध्याय, आशीष पटेल और संजय निषाद को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा. इसके साथ ही कैबिनेट मंत्रियों के अलावा नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रवीन्द्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना और दया शंकर मिश्र (दयालु) को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिया गया है.
मयंकेश्वर सिंह और दिनेश खटीक सहित 20 राज्यमंत्री बनाए गए
मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दनिश आजाद अंसारी, वियज लक्ष्मी गौतम को राज्यमंत्री बनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कई बड़े संत भी लखनऊ पहुंचे. इन संतों में आचार्य बालकृष्ण, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि महाराज, रजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी शामिल हैं.