मोदी और बिडेन के बीच बातचीत, PM बोले- भारत और अमेरिका वैश्विक मुद्दों को हल करने में मददगार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली बैठक की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ आभासी बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आपसे मिलना हमेशा खुशी का विषय होता है। आपके 2 मंत्री और राजदूत यहां मौजूद हैं। हम वैश्विक संकटों, कोविड महामारी, स्वास्थ्य क्षेत्र में चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं। रक्षा क्षेत्र में मज़दूत साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपके गर्मजोशी भरे शब्दों के लिए आभार प्रकट करता हूं। आज हमारे रक्षा और विदेश मंत्री कुछ देर बाद 2+2 फॉर्मेट में मिलेंगे, उससे पहले हमारी ये मुलाकात उनकी बातचीत को दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण है। इस वर्चुअल मुलाकात की पहल आपने की इसके लिए भी मैं आपका अभिनंदन करता हूं।इसके साथ ही मोदी ने कहा कि आज हमारी बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन की स्थिति चिंता का विषय है। कुछ हफ्ते पहले, यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय फंसे हुए थे, उनमें से ज्यादातर युवा छात्र थे। मोदी ने कहा कि मैंने कई बार यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपतियों से टेलीफोन पर बात की है। मैंने उनसे न केवल शांति की अपील की बल्कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत करने का भी सुझाव दिया। हमारी संसद में यूक्रेन पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हाल ही में बुचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हत्या की खबर बहुत ही चिंताजनक थी। हमने तुरंत इसकी निंदा की और निष्पक्ष जांच की भी मांग की। हमें उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत से शांति का रास्ता निकलेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि मुझे आज वस्तुतः आपसे और आपके दो मंत्रियों और आपके राजदूत के साथ बात करने का अवसर पाकर प्रसन्नता हो रही है। हम कोविड -19 के दौरान वैश्विक चुनौतियों का सामना करने, स्वास्थ्य प्रतिभूतियों को आगे बढ़ाने और आर्थिक संकट पर नज़र रखने के बारे में समान चिंता रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लगातार परामर्श और संवाद भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को लगातार मज़बूत और घनिष्ठ बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। बिडेन ने कहा कि हम एक मजबूत और बढ़ती प्रमुख रक्षा साझेदारी साझा करते हैं। हमारी अधिकांश भागीदारी हमारे लोगों और हमारे साझा मूल्यों के बीच एक गहरा संबंध है। हमारी दोस्ती और हमारे साझा मूल्य। मैं यूक्रेन के लोगों के लिए भारत के मानवीय समर्थन का स्वागत करना चाहता हूं।