देश में डराने लगे हैं कोरोना के बढ़ते मामले, 20 अप्रैल को दिल्ली सरकार करेगी अहम बैठक
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले फिर डराने लगे हैं। यहां पॉजिटिविटी की दर 0.5 फीसदी से बढ़कर 2.39 प्रतिशत हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को 325 नए मामले दर्ज किए गए। इससे पहले बुधवार को 299 कोरोना के मामले दर्ज किए गए थे। वहीं मंगलवार को 202 नए मामले सामने आए थे। मंगलवार को यह बढ़ोतरी पिछले दिन से 50 फीसदी ज्यादा थी। इस तरह बढ़ते मामले दिल्ली सरकार के माथे पर सलवटें लाने का काम कर रहे हैं।
देश के कुल 734 जिलों में से 29 ऐसे हैं, जहां वीकली पॉजिटिविटी रेट 5% से ज्यादा है। यानी WHO के मुताबिक इन जिलों में संक्रमण अभी बेकाबू है। इनमें से 23 में हाल और खराब है। इन 23 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा है, जबकि 8 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 20% से ज्यादा है। पॉजिटिविटी रेट का मतलब है कि हर 100 टेस्ट होने पर कितने कोरोना मरीज मिल रहे हैं।
कोरोना के ऐसे ही मामले आगे जाकर समस्या खड़ी न कर दें, इसके लिए 20 अप्रैल को दिल्ली आपदा प्रबंधन की बैठक होगी, जिसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे। इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार कोविड 19 की स्थिति पर नजर रखे हुए है। हालांकि केजरीवाल ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या काफी कम है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट अभी नियंत्रण में है, लेकिन यह बढ़ी तो चिंता भी बढ़ सकती है। दिल्ली में 14 जनवरी 2022 को तीसरी लहर के दौरान 30.6 प्रतिशत की सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट दर्ज की गई थी, यह स्थिति बड़े पैमाने पर कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण आई थी। वहीं 13 जनवरी को महामारी की तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में दैनिक कोरोना के मामलों की संख्या 28,867 के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गई थी।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में दिल्ली आपदा प्रबंधन ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना का निर्णय कोविड की सामान्य स्थिति को देखते हुए वापस ले लिया था। वहीं 28 फरवरी को, दिल्ली सरकार ने सभी प्रतिबंध हटा दिए थे।
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों के लिए कोविड-19 से संबंधित एक नई एडवाइजरी जारी की है। इस नई एडवाइजरी में सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि यदि किसी छात्र या कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होती है तो समूचे परिसर को या खास हिस्से को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाए। शिक्षा निदेशालय ने यह भी कहा कि छात्रों और कर्मचारियों को मास्क पहनना चाहिए तथा यथासंभव आपस में दूरी बनाये रखनी चाहिए।
दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में कुछ छात्रों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरों के बीच 13 अप्रैल को यह परामर्श जारी किया गया। परामर्श में कहा गया है, ‘यदि स्कूल प्रशासन को कोविड के किसी नये मामले का पता चलता है या जानकारी दी जाती है तो इससे शिक्षा निदेशालय को तुरंत अवगत कराया जाए और स्कूल के संबद्ध हिस्से को या समूचे स्कूल को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाना चाहिए।’एडवाइजरी में सूचीबद्ध किये गये अन्य उपायों में छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों द्वारा मास्क पहनना तथा आपस में यथासंभव दूरी बनाये रखना शामिल है। परामर्श में, नियमित रूप से हाथ धोने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने तथा कोविड की रोकथाम के बारे में छात्रों, शिक्षकों एवं अन्य सहायक कर्मचारियों और आगंतुक अभिभावकों के बीच जागरूकता पैदा करने की सलाह दी गई है।