ममता करेंगी 2019 लोकसभा चुनावों का शंखनाद
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी शनिवार को शहीद दिवस के मौके पर धर्मतल्ला में लोकसभा चुनावों का शंखनाद करेंगी. माना जा रहा है कि इस रैली में ममता बनर्जी बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ बिगुल फूंक सकती हैं. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, धर्मतल्ला के मंच से ममता, बीजेपी और मोदी को वोट न देने की अपील करेंगी.
लाखों की संख्या में उमड़ेगी भीड़
ममता की रैली को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ता कई दिनों से जुटे हुए हैं. पार्टी के समर्थकों और लाखों की भीड़ जुटने के कारण शहर की रफ्तार थमने के आसार हैं. इस रैली के बारे में जानकारी देते हुए पार्टी के नेताओं ने बताया कि ममता पहले शहीद हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं को श्रद्धा के फूल अर्पित करेंगी. इसके बाद ममता बनर्जी मंच से प्रदेश और देश की जनता को संबोधित करेंगी.
क्यों ममता के लिए खास है 21 जुलाई
उल्लेखनीय है कि 1993 में पुलिस फायरिंग में मारे गए पार्टी के 13 समर्थकों की याद में हर साल तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी शहीद सभा का आयोजन करती हैं. इस रैली में हर साल की तरह इस साल भी पहले से ही कार्यकर्ताओं द्वारा भीड़ को जुटाने और लोगों को रैली स्थान पर जुटाने के लिए काम पहले से किया जा रहा है.
भाजपा विरोधीदलों को एकजुट करने की कोशिश
राजनीतज्ञों का मानना है कि इस मंच से ममता बनर्जी 2019 लोकसभा चुनावों का बिगुल फूंकेगी और बीजेपी विरोधी दलों को एकजुट करने का प्रयास करेंगी. पश्चिम बंगाल में आज होने वाली इस रैली पर दिल्ली की निगाहें भी टिंकी हुई हैं.
चंदन मित्रा भी हो सकते हैं शामिल
पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा ने बुधवार को बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि वह आज होने वाली रैली में शामिल होंगे. शहीद दिवस का पालन कोलकाता में विक्टोरिया हाउस के बाहर हुई फायरिंग के कारण होगा. टीएमसी नेताओं का दावा है कि उस दिन बड़ी संख्या में विपक्ष के नेता मंच पर उपस्थित रहेंगे.
बीजेपी में लंबे समय से थे हाशिए पर
पत्रकार चंदन मित्रा लंबे समय से बीजेपी में हाशिए पर थे. बीते एक साल में मित्रा ने कई मौकों पर मोदी सरकार की आलोचना की थी. मित्रा ने पत्रकार के रूप में स्टेटसमैन हाउस से अपना कॅरिअर शुरू किया था. उन्होंने 2016 में पश्चिम बंगाल में हुगली सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. उस समय वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन चुनाव में उनकी जमानत जब्त हो गई थी.