पीएम मोदी ने इंडिया-डेनमार्क बिजनेस समिट में कहा कि जो भी हमारे देश में निवेश नहीं करेंगे वो चूक जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के बाद अब अपनी यूरोप यात्रा के दूसरे दिन डेनमार्क पहुंचे हैं. जहां उन्होंने डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन से मुलाकात की. इसके बाद अब पीएम मोदी ने इंडिया-डेनमार्क बिजनेस समिट में हिस्सा लिया है. जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि, ग्रीन टेक्नोलॉजी में इनवेस्ट करने की कई बेहतर संभावनाएं हैं.
भारत में व्यापार की कही बात
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बिजनेस समिट में कहा कि, ग्रीन टेक्नोलॉजी के अलावा कोल्ड चेन, शिपिंग और पोर्ट्स में भी बिजनेस की कई संभावनाएं हैं. नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रा के लिए भारत पीएम गतिशक्ति पर काम कर रहा है. पीएम ने आगे कहा कि, भारत और डेनमार्क ने व्यापार के क्षेत्र में पहले भी एक साथ मिलकर काम किया है. हमारे दोनों देशों की ताकत एक दूसरी की पूरक हैं.
पीएम मोदी ने इंडिया-डेनमार्क बिजनेस समिट में कहा कि, आजकल FOMO यानी फेयर ऑफ मिसिंग आउट की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है. भारत के रिफॉर्म और निवेश की संभावनाओं को देखते हुए मैं ये कह सकता हूं कि, जो भी हमारे देश में निवेश नहीं करेंगे वो चूक जाएंगे.
पीएम मोदी ने बताया किन मुद्दों पर हुई चर्चा
इससे पहले पीएम मोदी ने डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन से मुलाकात की थी. दोनों के बीच काफी देर तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई. इसके बाद दोनों की तरफ से संयुक्त बयान जारी हुआ. जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि भारत और डेनमार्क दोनों देश लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, साथ में हम दोनों की कई एक जैसी ताकतें भी हैं. उन्होंने कहा कि, अक्टूबर 2020 में भारत-डेनमार्क वर्चुअल समिट के दौरान हमने अपने संबंधों को ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया था. हमारी आज की चार्चा के दौरान हमने अपने ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के ज्वाइंट प्लांन की चर्चा की. हमने भारत-EU रिश्तों, इंडो-पैसिफिक और यूक्रेन सहित कई क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की. हम आशा करते हैं कि भारत-ईयू फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर जल्द समझौता होगा.