मोहाली में इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला, टेरर एंगल से जांच कर रही पंजाब पुलिस
पंजाब का शहर मोहाली… यह नाम इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। पहले यहां पर दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प का मामला सामने आया था और अब इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट चलित ग्रेनेड से हमला हुआ। जिसके बाद पंजाब की सियासत गर्मा गयी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
आपको बता दें कि मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हुए रॉकेट चलित ग्रेनेड हमले की टेरर एंगल से जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि यह आतंकवादी हमला हो सकता है। इसके अलावा खालिस्तानी एंगल की भी जांच हो रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह आतंकी हमला है, तो उन्होंने कहा कि जांच जारी है।
इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि मोहाली ब्लास्ट उन लोगों की कायराना हरकत है जो पंजाब की शांति भंग करना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार उन लोगों के मंसूबे पूरे नहीं होने देगी। पंजाब के सब लोगों के साथ मिलकर हर हालत में शांति कायम रखी जाएगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।
आपको बता दें कि इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला सोमवार की शाम 7 बजकर 45 मिनट में हुआ। इस ब्लास्ट की वजह से इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए। हालांकि किसी नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं और मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था। इसके अलावा पंजाब पुलिस ने अलर्ट जारी किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट चलित ग्रेनेड को करीब 80 मीटर की दूरी से दागा गया था। हमला करने के लिए दो संदिग्ध एक कार से आए थे और इमारत से 80 मीटर दूर से रॉकेट चलित ग्रेनेड लॉन्च किया था। सूत्रों का कहना है कि रॉकेट लॉन्चर को ड्रोन के माध्यम से लाया गया होगा। क्योंकि कुछ वक्त से पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों को लाने के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
इमारत में नहीं है कोई CCTV कैमरा
इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हुए ब्लास्ट का कोई सीसीटीवी फूटेज नहीं है क्योंकि इमारत में ही कोई सीसीटीवी नहीं लगा था। ऐसे में पुलिस आस-पास के सीसीटीवी फूटेज खंगाल रही है और लोगों से पूछताछ कर रही है। रिपोर्ट्स हैं कि इस मामले को लेकर एनआईए की एक आतंकी इकाई पंजाब पुलिस के संपर्क में है और वो इसकी जांच अपने हाथों में ले सकती है। क्योंकि एनआईए का मानना है कि पंजाब में खालिस्तानी समूह फल फूल रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जताई हैरानी
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर में ब्लास्ट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई। हमारे पुलिस बल पर यह हमला बेहद चिंताजनक है और मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। जबकि पूर्व गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मोहाली में बम ब्लास्ट गहरी सांप्रदायिकता का संकेत है। मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और पुलिस से पंजाब की शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आग्रह करता हूं।