ग्रेटर नोएडा: 21 इमारतों पर प्राधिकरण ने चिपकाया नोटिस, 7 दिन में ढहाने का आदेश
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में दो इमारतों के गिरने और गाजियाबाद में एक बिल्डिंग के धराशायी होने के बाद प्राधिकरण ने अवैध निर्माण को लेकर सख्त रुख अपनाया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शाहबेरी की 21 अन्य बिल्डिंगों पर नोटिस चस्पा कर इन्हें एक हफ्ते में गिराने का निर्देश दिया है. इस नोटिस पर कार्रवाई नहीं करने पर प्राधिकरण खुद इन बिल्डिंगों को गिराएगा. साथ ही इसका खर्च भी वसूला जाएगा.
प्राधिकरण के डीजीएम प्रोजेक्ट एके अरोड़ा ने बताया कि बिल्डरों को चेतावनी दी गई है कि सभी इमारतें प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बिना अनुमति के बनी हैं. इससे पहले शनिवार को 31 बिल्डरों को नोटिस जारी किया गया था.वहीं, शाहबेरी गांव में एक और बिल्डिंग का पता चला है जो झुकने लगी है और कभी भी गिर सकती है. यह बिल्डिंग भी निर्माणाधीन है और पिलर से लेंटर हट गया है. इसके बाद इस बिल्डिंग के आस-पास रहने वाले 36 परिवारों को हटाकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है. प्राधिकरण की टेक्निकल टीम इस बिल्डिंग का परीक्षण करेगी, उसके बाद ही यहां लोगों को फिर से रहने की अनुमति दी जाएगी.गाजियाबाद में गिरी 5 मंजिला बिल्डिंग, दो की मौत
गाजियाबाद के थाना मसूरी क्षेत्र के आकाश नगर में रविवार को गिरे निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत के मलबे में से अब तक दो शव निकाले गए हैं. सोमवार सुबह एक 8 वर्ष के बच्चे का शव निकाला गया. मलबे में से अभी तक 8 लोगों को निकाला गया है जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
शाहबेरी में दो इमारतें ढह गईं थीं
इससे पहले 17 जुलाई को शाहबेरी में दो इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं थीं. इनमें दबकर नौ लोगों की मौत हो गई थी. इसमें अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन पर सवाल उठे थे, जिसके बाद सरकार ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक वीपी सिंह और सहायक महाप्रबंधक अख्तर अब्बास जैदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, जबकि विशेष कार्य अधिकारी विभा चहल का तबादला कर दिया गया.