मोदी-योगी UP को देने जा रहे बड़ी सौगात, 80 हजार करोड़ रुपए का निवेश; 5 लाख रोजगार की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही वह तीसरे ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ में शिरकत करेंगे। इस दौरान वह प्रदेश को 80 हजार करोड़ रुपए के 1406 प्रॉजेक्ट्स की सौगात देंगे। इसमें से सर्वाधिक 58,672 करोड़ रुपए के 865 प्रॉजेक्ट्स वेस्ट यूपी को मिलने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार को इस निवेश से 5 लाख रोजगार के सृजन की उम्मीद है।
इन सेक्टर्स में होगा निवेश
सबसे अधिक पिछड़ा समझे जाने वाले पूर्वी यूपी को 290 प्रॉजेक्ट्स मिलने जा रहे हैं और इनमें 9,617 करोड़ रुपए का निवेश होगा। अवध क्षेत्र को 8,997 करोड़ रुपए के 217 प्रॉजेक्ट मिलेंगे। बुंदेलखंड में 34 परियोजनाओं में 2,938 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। ये निवेश डेटा सेंटर, एग्रीकल्चर, आईटी-इलेक्ट्रॉनिक्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, हैंडलूम-टेक्सटाइल्स, रिन्यूएबल एनर्जी, एमएसएमई, हाजिंग-हेल्थकेयर, डिफेंस और एयरोस्पेस जैसे सेक्टर में होंगे।
4.28 लाख करोड़ रुपए के साइन हुए थे एमओयू
805 प्रॉजेक्ट्स एमएसएमई सेक्टर से जुड़े हैं, जिनसे 4,459 करोड़ रुपए का निवेश आएगा। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल ‘नंदी’ के मुताबिक बहुत सारी परियोजनाओं में पहले ही कॉमर्शल एक्टिविटी शुरू हो चुकी है या होने को है। राज्य सरकार ने 2018 में 21-22 फरवरी को दो दिवसीय यूपी इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया था। इस इवेंट के दौरान यूपी सरकार ने सरकारी और निजी कंपनियों से 4.28 लाख करोड़ रुपए के 1,045 एमओयू साइन किए थे।
कब कितने प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत
इसके बाद सरकार ने 29 जुलाई 2018 को पहले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया था। इसमें 61,792 करोड़ रुपए के निवेश से 81 परियोजनाओं की शुरुआत हुई थी। दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन 28 जुलाई 2019 को किया गया था। तब 67,202 करोड़ रुपए के निवेश से 290 प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत हुई।
किस हिस्से में कितना निवेश
पश्चिमी उत्तर प्रदेश-73%
पूर्वी उत्तर प्रदेश-12%
अवध क्षेत्र-11%
बुंदेलखंड-4%
किस सेक्टर में कितना निवेश
डेटा सेंटर-25%
एग्रीकल्चर – 14%
आईटी-इलेक्ट्रॉनिक्स- 10%
इन्फ्रास्ट्रक्चर– 8%
मैन्युफैक्चरिंग- 8%
हैंडलूम, टैक्सटाइल- 7%
एमएसएमई, हाउजिंग, रिन्यूएबल एनर्जी- प्रत्येक में 6%
हेल्थकेयर-3%
वेयरहाउजिंग, लॉजिस्टिक्स, डिफेंस, एयरोस्पेस- प्रत्येक में 2%
एजुकेशन, फार्माशूटिकल, डेयरी, टूरिजम-1%