रांची में हिंसा के बाद चप्पे-चप्पे पर पहरा, सभी 24 जिलों में अलर्ट, संवेदनशील इलाकों में जवान तैनात
जुमे की नमाज के बाद झारखंड की राजधानी रांची में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। रांची में उपद्रवियों ने तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी की। इस हिंसा के बाद झारखंड के सभी 24 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। रांची में मेन रोड में सुजाता चौक से अलबर्ट एक्का चौक तक धारा 144 लागू है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन उपद्रवियों की तलाश के लिए पुलिस प्रशासन की टीम गठित की गई है, जो छापेमारी कर रही है। यहां इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
सुबह से ही बंद थी रांची की 3 हजार से ज्यादा दुकानें
रांची में सुबह से ही डेली मार्केट की 3 हजार से ज्यादा दुकानें बंद रहीं। जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए। पुलिस ने उन्हें रोका तो भीड़ उग्र हो गई और इनकी पुलिस से भिड़ंत हो गई। इसी बीच रांची में कल हिंसक प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से दो लोग जख्मी हो गए थे, इन दो लोगों की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। यहां उर्दू लाइब्रेरी और महावीर मंदिर के पास प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। इसके बाद उग्र भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी
जानकारी के मुताबिक मरने वालों में एक की पहचान मुदस्सिर उर्फ कैफी के रूप में हुई है। 8 घायलों का इलाज रिम्स में चल रहा है। वहीं पुलिस ने प्रभावित इलाकों के साथ-साथ कई संवेदनशील इलाकों में भी जवान तैनात किए गए हैं। बताया जाता है कि राजधानी को अशांत करने की साजिश रामनवमी के समय से ही रची जा रही थी। नुपूर शर्मा मामले के ताजा विवाद से अराजक तत्वों को मौका मिल गया।
हालात नियंत्रण में, लोगों से सहयोग की अपील: डीआईजी
उपद्रव में कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। डेली मार्केट के थाना प्रभारी का सिर फट गया, उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उधर, रांची के DIG अनीश गुप्ता ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। कानून—व्यवस्था सुचारू रहे, इस पर हमारा पूरा जोर है। हम लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। बता दें कि शुक्रवार को रांची के मेन रोड में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ से माहौल बिगड़ गया। इस मामले में पुलिस ने सख्ती बरती। हिंसा की घटना में 2 लोगों की मौत हो गई। 13 लोग घायल हैं।पत्थरबाजी के दौरान कई लोग जान बचाने के लिए महावीर मंदिर में छिप गए, इसके बाद मंदिर पर भी पत्थरबाजी की गई। हालात पर किसी तरह काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसूगैस के गोले छोड़े, हवाई फायर किए। भीड़ ने एक विधायक की गाड़ी के कांच भी फोड़ दिए।