प्रधानमंत्री पद के करीब पहुंचे ऋषि सुनक, सर्वे में किए गए सबसे ज्यादा पसंद
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने के लिए ऋषि सुनक का रास्ता साफ होता जा रहा है। सोमवार को कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच हुए मतदान के तीसरे दौर में सुनक ने शीर्ष स्थान हासिल किया। वहीं प्रधानमंत्री पद की दौड़ में टाम ट्यूगेंढत सबसे कम वोट पाने के बाद दौड़ से बाहर हो गए। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, बोरिस जॉनसन की सरकार में वित्त मंत्री रहे सुनक को तीसरे दौर के मतदान में 115 वोट मिले। व्यापार मंत्री पेनी मोर्डंट 82 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वहीं 71 मतों के साथ विदेश मंत्री लिज ट्रस तीसरे, जबकि 58 मतों के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री केमी बेदेनोच चौथे स्थान पर रहीं।
माना जा रहा है कि आज मंगलवार को होने वाली वोटिंग में एक प्रत्याशी और कम हो जाएगा। गुरुवार तक इस दौड़ में मात्र दो प्रत्याशी रह जाएंगे, जिसके बीच पीएम पद के लिए टक्कर होगी। अंत में दो उम्मीदवारों के बीच टक्कर में कंजरवेटिव पार्टी के लगभग 160,000 योग्य मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कवायद होगी। विजेता को पार्टी का नया नेता चुना जाएगा जो 5 सितंबर तक नए ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करेगा।
विरोधियों ने सुनक पर तेज किये हमले
सोमवार को तीसरे दौर के मतदान से पहले दूसरे टीवी परिचर्चा में रविवार को पांचों उम्मीदवारों के बीच तीखी बहस हुई। अधिकतर उम्मीदवार सुनक के ससुर इंफोसिस के सह संस्थापक नारायण मूर्ति और सास सुधा मूर्ति की संपत्ति को लेकर हमले कर रहे थे। वहीं, सुनक ने कहा कि पत्नी अक्षता के माता-पिता ने कड़ी मेहनत से जो उपलब्धियां हासिल की हैं उस पर उन्हें गर्व है।
वहीं भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने अपने विरोधियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘मैं हमेशा से ब्रिटेन का सामान्य करदाता रहा हूं, जबकि मेरी पत्नी दूसरे देश से हैं। उनके टैक्स का मामला भी सुलझाया जा चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे सास-ससुर की संपत्ति पर टिप्पणी की जा रही है, इसलिए इसका जवाब देना जरूरी है। शुरुआत में नारायणमूर्ति के पास सपनों के अलावा कुछ नहीं था, जिन्हें उनकी पत्नी सुधा ने कुछ पैसे बचाकर सहेजा था। आगे चलकर उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से दुनिया की एक बड़ी कंपनी बनाई। जिसमें ब्रिटेन में भी लोगों को रोजगार मिल रहा है। ऐसे में मैं उन पर गर्व महसूस करता हूं’।