पीएम मोदी ने खेलों में पारदर्शिता पर जोर दिया, कहा- इसकी वजह से खेल के मैदानों में तिरंगा लहरा रहा
देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। उन्होंने इस मौके पर देश को संबोधित करते हुए देशवासियों को 75वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। पीएम ने नौवीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया और इसकी प्राचीर ने विकास और बदलाव की बात की। पीएम ने इस दौरान खेलों और खिलाड़ियों पर भी अपनी बात रखी।
चयन में होता था भाई-भतीजावाद
प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता लाने और भाई-भतीजावाद खत्म होने का असर दिखाई दे रहा है और इसी का नतीजा है कि दुनिया भर में खेल के मैदानों में तिरंगा लहरा रहा है और राष्ट्रगान गाया जा रहा है। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमने पिछले दिनों खेलों में देखा। ऐसा तो नहीं था कि पहले प्रतिभाएं नहीं थीं। पहले चयन भाई-भतीजावाद से गुजरता था। वे खेल के मैदान तक तो पहुंच जाते थे, लेकिन जीत-हार से उन्हें कोई लेना-देना नहीं था।’’
पारदर्शिता से हुआ बदलाव
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब पारदर्शिता आई, योग्यता के आधार पर खिलाड़ियों का चयन होने लगा तो आज दुनिया भर में खेल के मैदान में भारत का तिरंगा लहराता है तथा राष्ट्रगान गाया जाता है और ऐसा तभी होता है जब भाई भतीजावाद से मुक्ति मिलती है।
पीएम ने की थी खिलाड़ियों से मुलाकात
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने दो दिन पहले ही कॉमनवेल्थ में भाग लेने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की थी और इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की थी। पीएम आवास पर हुई इस मुलाकात में पदक विजेताओं ने भी मोदी के साथ अपने अनुभवों को साझा किया था।
बता दें कि इंग्लैंड के बर्मिघम में इसी महीने आयोजित 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 61 मेडल जीते। भारतीय खिलाड़ियों ने 11 दिनों तक चल इन खेलों में 22 गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। हालांकि यह भारत का बेस्ट प्रदर्शन नहीं था लेकिन शूटिंग और तीरंदाजी जैसे खेलों की गैरमौजूदगी में उसका प्रदर्शन बेहतरीन जरूर कहा जाएगा।