हमारे पास विदेशों में जीत दर्ज करने का कौशल, जज्बा और मानसिकता: कोहली
बर्मिंघम। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज यहां कहा कि टीम के पास विदेशों में जीत दर्ज करने के लिए कौशल, जज्बा और मानसिक मजबूती है। इंग्लैंड के खिलाफ कल से शुरू हो रहीं पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले कोहली ने विदेशी हालात से निडर रहने का आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि भारतीय टीम यहां की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ हमारे पास टेस्ट मैच जीतने के लिए जरूरी कौशल, जज्बा और मानसिक मजबूती है। दक्षिण अफ्रीका में हमने जैसा खेल दिखाया उससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। हम मुश्किल हालात में खुद को परखने को लेकर तैयार हैं। जाहिर है ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देश में आपको मुश्किल परिस्थिति का समाना करना पड़ता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी तैयारियां अच्छी हैं। जो खिलाड़ी एकदिवसीय टीम का हिस्सा थे उनके पास यहां के हालात से सामंजस्य बैठाने का काफी समय था। टेस्ट टीम के खिलाड़ियों को भी तैयारी का प्रयाप्त मौका मिला। उन्हें भारत ए और अभ्यास मैच में खेलने का मौका मिला। हम सबकी सोच सकारात्म है। बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों आत्मविश्वास से भरे हैं। हम सब उत्साहित हैं। कोहली ने कहा की लंबी श्रृंखला के कारण दोनों टीमों के पास योजना में बदलाव कर वापसी का मौका होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह पांच मैचों की श्रृंखला है, अगर किसी मैच में आपकी योजना गलत हो जाती है तो निराश होने की जरूरत नहीं। इतनी लंबी श्रृंखला में चीजों को बदलने के लिए आपको धैर्य रखना होगा। हम सब सहज हैं। गेंदबाजी, बल्लेबाजी और यहां तक कि क्षेत्ररक्षण में भी सब सकारात्मक हैं।’’ भारतीय कप्तान ने कहा कि इंग्लैंड में श्रृंखला जीतने के प्रबल दावेदार या कमजोर टीम होने पर ध्यान देने के बजाय पेशेवर और निरंतर प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण होगा।
भारतीय टीम ने यहां 2007 में टेस्ट श्रृंखला में जीत दर्ज की थी जबकि 2011 और 2014 में उसे हार का समाना करना पड़ा था। कोहली और भारतीय टीम की कोशिश इंग्लैंड के 1000वें टेस्ट मैच के जश्न को फीका करने की होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ यह मायने नहीं रखता कि आप टूर्नामेंट जीतने के दावेदार हैं या कमजोर टीम हैं। आपको मैदान में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। ऐसा नहीं है कि आप कमजोर टीम होंगे तो विपक्षी टीम पर दबाव नहीं होगा। अगर आप टूर्नामेंट जीतने के दावेदार है तो कमजोर टीम हमेशा निडर होकर खेलेगी।’’ इंग्लैंड ने अपने 11 खिलाड़ियों के नाम की घोषणा कर दी है तो वहीं भारतीय टीम ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में भी टीम चयन की चुनौती होगी। कोहली ने कह कि हम जिस खिलाड़ी का चयन करेंगे उसका समर्थन करेंगे। बाद में उस पर पछतावा नहीं करेंगे। भारतीय तेज आक्रमण पर उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है हमारा तेज आक्रमण पिछले कुछ वर्षों में परिपक्व हुआ है। उन्हें दुनियाभर में खेलने के अनुभव से फायदा हुआ है। वे अपने खेल को लेकर सहज हैं वैसे ही जैसे बल्लेबाजों के साथ होता है।’’