अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगे तमाम प्रतिबंधों के बावजूद बाज नहीं आ रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच का तनाव आज की घटना नहीं हैं बल्कि इसका एक लंबा इतिहास हैं। जहां उत्तर कोरिया में तानाशाही हैं, हथियारों की होड़ लगी रहती है, मानवीय अधिकारों का कोई मोल नहीं होता वहीं इसके विपरीत दक्षिण कोरिया लोकतंत्र में विश्वास रखता हैं। समय-समय पर एक ही भू भाग में रहने वाले अलग-अलग देशों के बीच वाद-विवाद देखा जाता हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम प्रतिबंधों के बावजूद किम जोंग उन के शासन में उत्तर कोरिया लगातार समय समय पर बैलिस्टिक मिसाइल का परिक्षण करता रहता है। हाल ही में उत्तर कोरिया ने फिर से बैलिस्टिक मिसाइल का परिक्षण किया जिसकी पुष्टि अब दक्षिण कोरिया ने की है। एक बयान में दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने उसके पूर्वी जल क्षेत्र की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है।
दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की यात्रा से एक दिन पहले अपने पूर्वी जल क्षेत्र की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि मिसाइल का प्रक्षेपण बुधवार को किया गया लेकिन इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी। इस सप्ताह उत्तर कोरिया द्वारा दागी गई यह दूसरी मिसाइल है।
हैरिस को दक्षिण कोरिया की अपनी यात्रा के दौरान प्रतिद्वंद्वी कोरिया को अलग करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र का दौरा करना है। अमेरिका और दक्षिण कोरियाई नौसेना के जहाजों के कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर अभ्यास करने के बीच उत्तर कोरिया ने यह प्रक्षेपण किया है।