गैंगस्टरों और आतंकी समूहों की सांठगांठ तोड़ने के लिए NIA ने की 50 स्थानों पर छापेमारी
एनआईए ने गैंगस्टरों पर नकेल कसने के लिए उत्तर भारत में 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में छापेमारी की गई ताकि भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टर और ड्रग तस्करों के बीच उभरती गठजोड़ को खत्म किया जा सके। इससे पहले एनआईए ने इस मामले के सिलसिले में पूरे भारत में 60 स्थानों पर छापे मारे थे।
एनआईए छापेमारी क्यों कर रही है?
दिल्ली पुलिस के पास दो मामले दर्ज किए गये थे जिसके बाद यह पता चला कि कुछ आतंकी समूहों को गैंगस्टरों और लोकल गिरोहों द्वारा मदद की जा रही हैं। जिसके बाद एनआईए की कार्रवाई की गयी और अब लगातार छापेमारे जा रहे हैं। 26 अगस्त को गैंगस्टरों और आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ की जांच की एक श्रृंखला शुरू की गई थी। कई गिरोह के नेताओं और उनके सहयोगियों, जो आतंक और आपराधिक गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं, की पहचान की गई और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पता चला कि ये गैंगस्टर भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सक्रिय थे।
एनआईए के अधिकारियों ने कहा कि गैंगस्टर अपने अपराधों को प्रचारित करने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर रहे थे – जिसमें व्यापारियों और अन्य पेशेवरों के लिए जबरन वसूली कॉल शामिल हैं. जनता के बीच आतंक पैदा करने के लिए। एनआईए की जांच से यह भी पता चला है कि इस तरह के आपराधिक कृत्य अलग-अलग स्थानीय घटनाएं नहीं थे। आतंकवादियों, गैंगस्टरों और नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले गिरोहों और नेटवर्कों के बीच एक गहरी साजिश थी, जो देश के भीतर और बाहर दोनों जगह से काम कर रहे थे। एनआईए ने कहा था, “गिरोह के कई नेता और सदस्य भारत से भाग गए थे और अब पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया सहित विदेशों से काम कर रहे हैं।”
हरियाणा में गैंगस्टर के घर पर छापेमारी
मंगलवार को कार्रवाई के तहत, एनआईए ने हरियाणा के झज्जर में गैंगस्टर नरेश सेठी के घर पर छापा मारा। एनआईए की टीम सुबह चार बजे सेठी के घर पहुंची. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सहित स्थानीय पुलिस भी एनआईए टीम के साथ थी।