हिमाचल प्रदेश इलेक्शन के लिए भाजपा-कांग्रेस ने किया उम्मीदवारों का ऐलान
हिमाचल में वैसे तो मौसम ठंड का है लेकिन चुनावी गर्मी ने यहां का राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। विधानसभा चुनावों का ऐलान होते ही राजनीतिक दल अपने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने में जुट गये हैं। कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपने अधिकांश उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी तथा अन्य दल भी एकाध दिन में अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देंगे। जहां तक भाजपा की सूची की बात है तो आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने बुधवार को 62 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। भाजपा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सिराज विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुख राम के बेटे अनिल शर्मा को भाजपा ने मंडी से उम्मीदवार बनाया है। 62 उम्मीदवारों की सूची में पांच महिलाओं को भी टिकट दिया गया है। पार्टी ने कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट भी काटे हैं। भाजपा नेताओं ने बताया कि अगले दो दिनों के भीतर भाजपा शेष बची छह सीटों पर भी उम्मीदवारों के नामों का एलान कर देगी। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 सीटें हैं।भाजपा ने इस बार के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को टिकट नहीं दिया है। पार्टी ने उनकी जगह सुजानपुर सीट से कैप्टन (सेवानिवृत्त) रणजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पिछले विधानसभा चुनाव में धूमल को इस सीट पर कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले राजेन्द्र राणा ने पराजित किया था। धूमल की हार के बाद भाजपा ने जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती एक बार फिर ऊना से भाग्य आजमाएंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें कांग्रेस के सतपाल सिंह रायजादा ने हराया था।
हम आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की नवगठित केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक में मंगलवार को इन उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, संगठन महामंत्री बीएल संतोष, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सहित केंद्रीय चुनाव समिति के सभी सदस्य शामिल हुए। सीईसी के अन्य सदस्यों में पूर्व सांसद सत्यनारायण जटिया, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनावाल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, वरिष्ठ नेता ओम माथुर, राज्यसभा सदस्य के. लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा और सुधा यादव शामिल हैं। इनके अलावा बैठक में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी शामिल हुए।
हम आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। मतगणना आठ दिसंबर को होगी। राज्य विधानसभा में, भाजपा के अभी 43 जबकि कांग्रेस के 22 सदस्य हैं। सदन में दो निर्दलीय सदस्य और माकपा का एक सदस्य है। राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी भी यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रयासरत है। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना मंगलवार को जारी की गई। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर है।
जहां तक कांग्रेस की सूची की बात है तो आपको बता दें कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 46 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस की ओर से जारी सूची के अनुसार, विक्रमादित्य सिंह को उनकी मौजूदा सीट शिमला ग्रामीण से एक बार फिर टिकट दिया गया है। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को उनके मौजूदा विधानसभा क्षेत्र हरोली से उम्मीदवार बनाया गया है। सूची के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी को डलहौजी और सुखविंदर सिंह सुक्खू को नादौन से चुनाव मैदान में उतारा गया है। हालांकि, पार्टी की पहली सूची में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह का नाम शामिल नहीं है। वह मंडी की मौजूदा सांसद हैं और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने कहा है कि बाकी के 22 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी जल्द की जाएगी।