G20 पर PM मोदी ने की सर्वदलीय बैठक
भारत की मेजबानी में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सुझाव मांगने,रणनीतियों पर चर्चा करने और अंतिम रूप देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सोमवार को बुलायी गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया. इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे. हालांकि तेलंगाना टीआरएस के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बैठक नहीं पहुंचे हैं.
सोमवार शाम राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने भारत के लिए जी20 की अध्यक्षता के महत्व पर चर्चा की. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, डीएमके चीफ और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालीन और बीजू जनता दल के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी मौजूद रहे. वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी और राज्य के पूर्व सीएम और तेलगू देशम पार्टी के चीफ चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद रहे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल ने भी बैठक में हिस्सा लिया. केंद्र द्वारा बुलाई गई बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी पहुंचे थे. वहीं इस जी20 पर बुलाई गई इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कॉमर्स मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए. इनके अलावा बैठक की पूरी तैयारी करने वाले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी विदेश मंत्री के साथ मीटिंग में देखे गए.
ममता ने ‘लोगो’ पर उठाए सवाल
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि जी-20 लोगो में कमल के फूल का इस्तेमाल एक अहम मुद्दा है लेकिन वह इस बारे में कुछ नहीं बोलेंगी, क्योंकि अगर इस मुद्दे पर बाहर चर्चा की जाती है तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार शिखर सम्मेलन के लोगो के लिए कमल के फूल के अलावा किसी अन्य राष्ट्रीय प्रतीक का चयन कर सकती थी, क्योंकि फूल एक राजनीतिक पार्टी का चुनाव चिन्ह भी है.
2023 में भारत में होगा जी20 शिखर सम्मेलन
भारत ने 1 दिसंबर को आधिकारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है. इस साल दिसंबर से देश के विभिन्न स्थानों पर 200 से अधिक जी20 बैठकों की मेजबानी किए जाने की उम्मीद है. अगले साल 9 और 10 सितंबर को राजधानी दिल्ली में जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन होना है. इससे पहले देश के विभिन्न हिस्सों में जी20 की कई. बैठकें आयोजित की जाएंगी.