अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में जड़ा शतक
सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने भी क्रिकेट में कमाल कर दिया। अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी के अपने डेब्यू मैच में ही शतकीय पारी खेल दी है। शतक लगाने के बाद भी वे नाबाद हैं और बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। खास बात ये है कि सचिन तेंदुलकर ने भी जब रणजी ट्रॉफी में अपना डेब्यू किया था, तब पहले ही मैच में शतक लगाया था। इतना ही नहीं इन दोनों के डेब्यू करने का महीना भी दिसंबर का ही था, हालांकि तारीख अलग अलग है। ऐसे में कहा जा सकता है कि बेटा भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहा है और 1988 के बाद अब साल 2022 में अपने पिता की कम से कम एक मामले में तो बराबरी कर ही ली है।
अर्जुन तेंदुलकर ने आज रणजी ट्रॉफी में गोवा के लिए अपना पहला मैच खेला और पहले ही मैच में कमाल कर दिखाया। अर्जुन तेंदुलकर सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के आए और आते ही रन बनाने शुरू कर दिए। पहले उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और उसके बाद कुछ ही देर में शतक भी जड़ दिया। उन्होंने 177 गेंदों पर शतक पूरा किया और उसके बाद भी खेलते हुए दिखाई दिए। अपनी पारी के दौरान अर्जुन तेंदुलकर ने दो छक्के और 15 चौके लगाए। वैसे आपको ये बात जाननी होगी कि अर्जुन तेंदुलकर मुख्य रूप से तेज गेंदबाज हैं, वे अपने पिता की तरह बल्लेबाजी के लिए नहीं जाने जाते, लेकिन उन्होंने बल्लेबाजी में भी मौका मिलने पर हाथ दिखा दिए हैं।
सचिन तेंदुलकर ने साल 1988 में किया था रणजी ट्रॉफी डेब्यू
सचिन तेंदुलकर की बात की जाए तो उन्होंने साल 1988 में रणजी डेब्यू किया था और पहले ही मैच में शतक लगाया था। वो तारीख 11 दिसंबर की थी और अर्जुन तेंदुलकर ने 14 दिसंबर को अपना पहला शतक लगाया है। रणजी ट्रॉफी में राजस्थान और गोवा के मैच मैच खेला जा रहा है। इसका आज दूसरा दिन है। गोवा की ओर से खेलते हुए पहले सुयश प्रभुदेसाई ने शानदार शतकीय पारी खेली और वे भी अभी तक क्रीज पर डटे हुए हैं। सुयश प्रभुदेसाई को अर्जुन तेंदुलकर का साथ मिला। जब ये खबर लिखी जा रही है, उस वक्त तक गोवा ने अपनी पहली पारी में 140 ओवर में पांच विकेट पर 410 रन बना लिए हैं। अभी भी प्रभुदेसाई और अर्जुन तेंदुलकर नाबाद हैं और खेल रहे हैं। देखना होगा कि ये दोनों अपनी पारी को कहां तक बढ़ा पाते हैं और टीम का स्कोर कहां तक जाता है।