जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख गुतारेस के साथ भारत की जी-20 नेतृत्व समेत अन्य मुद्दों पर की चर्चा
संयुक्त राष्ट्र। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की और भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान मिलकर काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत ने आधिकारिक तौर पर एक दिसंबर को जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण की। जी20, दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।जयशंकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की वर्तमान अध्यक्षता के तहत आतंकवाद और संशोधित बहुपक्षवाद पर दो प्रमुख कार्यक्रमों की अध्यक्षता करने के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे। 15 देशों के शक्तिशाली निकाय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल इस महीने समाप्त होने वाला है। ‘‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ एक गर्मजोशी भरी मुलाकात रही। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार और यूक्रेन संघर्ष पर उनके विचारों को गंभीरता से सुना। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।’’ गुतारेस को बुधवार को जयशंकर की अध्यक्षता में ‘‘अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना : संशोधित बहुपक्षवाद के लिए नया अभिविन्यास’’ विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस की जानकारी दी गई।इससे पहले जयशंकर, गुतारेस और महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष सिसाबा कोरोसी ने महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया जिसे संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में स्थापित किया गया है। जयशंकर ने परिषद की बहस के दौरान द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। जयशंकर ने संशोधित बहुपक्षवाद के लिए नया अभिविन्यास का जिक्र करते हुए ट्वीट किया ‘‘आर्मेनिया के वित्त मंत्री अरारात मिर्जोयां से मिलकर अच्छा लगा। नियमों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस में भाग लेने के लिए उनका धन्यवाद।’’ मिर्जोयां के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा, ‘‘हमारे बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और इसे आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।’’ जयशंकर ने कहा कि उन्हें संयुक्त अरब अमीरात की संस्कृति और युवा मंत्री नौरा अल काबी से मिलकर ‘‘प्रसन्नता’’ हुई और ‘‘खुली बहस में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता पर स्पष्ट समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।